केरल में वामपंथियों के परिवारवाद पर राज्यपाल की रोक!
मुख्यमंत्री के पीए की पत्नी का प्रोफेसर के रूप में अपॉइंटमेंट रोका
रिसर्च में सबसे कम नंबर लेकिन इंटरव्यू में सबसे ज्यादा देकर दे रहे थे नियुक्ति
तिरुअनंतपुरम
केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कन्नूर यूनिवर्सिटी में मलयालम की एसोसिएट प्रोफेसर के रूप में नियुक्त की जा रही प्रिया वर्गिस की नियुक्ति को रोक दिया है। प्रिया के पति के के राजेश सीपीएम नेता हैं और साथ ही वो केरल के वर्तमान मुख्यमंत्री पी विजयन के निजी सचिव भी हैं। बताया जा रहा है कि इस नियुक्ति को रोके जाने के पीछे राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने परिवारवाद का हवाला दिया है। हालांकि यूनिवर्सिटी के कुलपति इस नियुक्ति को नियमों के अनुसार सही बता रहे हैं।
बताया गया है कि मलयालम भाषा के एसोसिएट प्रोफेसर के लिए जिन छह उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट किया गया था उनमें प्रिया वर्गिस का रिसर्च इस को सबसे कम था लेकिन उन्हें साक्षात्कार में सबसे ज्यादा नंबर देकर सूची में पहले स्थान पर लाया गया था। इस यूनिवर्सिटी में मलयालम भाषा के एसोसिएट प्रोफेसर की केवल एक ही पोस्ट है। मामले को लेकर अन्य प्रत्याशियों ने हंगामा भी किया था। जैसे ही इसकी जानकारी राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान को मिली तो उन्होंने कन्नूर यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर गोपीनाथ रविंद्रन से मामले की जानकारी ली थी। उन्होंने इस मामले में आगे कोई भी कार्यवाही करने पर भी अगले आदेश तक रोक लगा दी है। साथी उन्होंने चयन प्रक्रिया से जुड़े सभी लोगों को नोटिस जारी कर के जवाब भी मांगा है।
दूसरे स्थान पर रहा छात्र खुश
चयन सूची में दूसरे स्थान पर रहे जोसेफ स्कारिया का रिसर्च स्कोर 651 है जबकि प्रिया वर्गिस का रिसर्च स्कोर 156 है। जोसेफ राज्यपाल के आदेश से बहुत खुश हैं। उनका आरोप है कि प्रिया वर्ग इसके पास इस पद के लिए आवश्यक अनुभव भी नहीं है। प्रिया की नियुक्ति रोकने पर जो शेष को नियुक्ति मिल सकती है।