काम करना है तो इजरायल का समर्थन करना होगा
जर्मन मीडिया डायचे वेले (डीडब्ल्यू) ने अपने कर्मचारियों को चेताया
बर्लिन
मीडिया से अपेक्षा की जाती है कि वो राजनीतिक और वैचारिक निष्पक्षता से काम करेगा। लेकिन जर्मनी के पब्लिक ब्रॉडकास्टर डायचे वेले , जिसे डी डब्ल्यू के नाम से जाना जाता है, ने अपने कर्मचारियों के लिए नियम बनाया है कि उन्हें इजरायल के राइट टू एग्जिस्ट अधिकार का समर्थन करना होगा अन्यथा उन्हें नौकरी से निकाल दिया जाएगा। डीडब्ल्यू ने कर्मचारियों के लिए यह निर्देश पिछली 1 सितंबर को जारी किए हैं। संभवत यह दुनिया में पहला मौका है जब किसी मीडिया हाउस ने अपने कर्मचारियों को इस तरह के निर्देश दिए हैं। डीबल्यू ने कहा है कि वो यहूदी विरोधी भावना को गंभीरता से लेगा और उसके कर्मचारियों को इसे मानना होगा।
बताया जा रहा है कि मीडिया हाउस ने यह निर्णय उस कर्मचारी के मामले में कोर्ट के निर्णय के बाद दिया है जिसे इजराइल विरोधी रुख रखने के चलते डॉयचे वेले ने अपनी अरब सेवा की कर्मचारी को यहूदी विरोधी यहूदी कमेंट करने के चलते बर्खास्त किया था। इस मामले में न्यायालय के निर्णय के चलते डायचे वेले को इस कर्मचारी को बहाल करना पड़ा है। कंपनी ने कुल 7 कर्मचारियों को इन आरोपों में बर्खास्त किया था जिनमें से दो न्यायालय के निर्णय से वापस आ गए हैं। इसके बाद इस जर्मन पब्लिक ब्रॉडकास्टर ने अपने कर्मचारियों के लिए इजरायल का समर्थन करने के निर्देश दिए हैं। निर्देशों का पालन न करने पर कर्मचारी को नौकरी से हाथ धोना पड़ेगा।
अपने कर्मचारियों को यह निर्देश देने वाला डायचे वेले पहला जर्मन ब्रॉडकास्टर नहीं है। इसके पहले 1967 में एक्स एल स्प्रिंगर नामक मीडिया हाउस ने भी अपने कर्मचारियों को यह निर्देश दिए थे। यह मीडिया हाउस पॉलीटिको और इनसाइडर नामक प्रकाशन का मालिक है। इसने भी यहूदी और इजरायल का समर्थन को अपने कारपोरेट प्रिंसिपल्स में शामिल किया था।
जर्मन पब्लिक ब्रॉडकास्टर डॉयचे वेले ने 1 सितंबर को यह स्पष्ट किया है कि होलोकास्ट यानी यहूदी नरसंहार के बाद इजराइल का समर्थन हमारा ऐतिहासिक कर्तव्य है।
5 साल पहले ही कानून में व्यवस्था की है
5 साल पहले जर्मनी ने International Holocaust Remembrance Alliance’s working definition of antisemitism यानी IHRA को स्वीकार किया है तथा इसके अनुरूप कानूनी व्यवस्थाएं की हैं। इसमें इसराइल के अस्तित्व को नकारना यहूदी विरोधी माना गया है। हालांकि कई यहूदी भी जर्मनी द्वारा आईएचआरए को स्वीकार किए जाने का विरोध कर रहे हैं। उनका मानना है कि इससे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता प्रभावित होती है। जर्मनी में नाजीवाद का प्रसार और यहूदी विरोध पर पहले ही प्रतिबंध है। इस तरह के मामलों में यह जुर्माने और जेल की व्यवस्था है।
पत्रकार के समर्थन में भी है संगठन
इसराइल और यहूदियों के विरूद्ध विचार व्यक्त करने के चलते हटाई गई पत्रकार फरहा मराका के पक्ष में भी कुछ आवाजे उठी हैं। यूरोपियन लीगल सपोर्ट सेंटर ( The European legal support center) ने फरहा का समर्थन किया है और इन परिस्थितियों को चिंता जनक बताया है। न्यूज चैनल अल जजीरा से बात करते हुए संगठन के पदाधिकारी ने कहा कि जर्मनी फिलिस्तीन विरोधी भावनाओं को संस्थागत रूप दे रहा है। उन्होंने फरहा मराका के मामले में न्यायालय के निर्णय का स्वागत किया है। फरहा के अलावा डीडब्ल्यू ने मरियम सलाम नाम की एक और कर्मचारी को भी बर्खास्त किया है।
इजराइल को बताया था कैंसर
फरवरी 2021 में डीडब्ल्यू ने फरहा मरा का के मामले में बाह्य एजेंसी के जरिये जांच की थी और पाया था कि उन्होंने काम के दौरान और उसके बाहर अपनी सीमाओं का उल्लंघन किया है। इजराइली समाचार पत्र के अनुसार फरहा मराका ने इजराइल को कैंसर बताते हुए उसे काटकर अलग किए जाने की आवश्यकता बताई थी। इसके अलावा उन्होंने गेस्ट एडिटर के रूप में कॉलम लिखा था जिसमें उन्होंने लिखा था कि जर्मनी की कई संस्थाएं यहूदियों द्वारा नियंत्रित की जा रही हैं और वे इजराइल की आलोचना अनुमति नहीं देती।
इसके अलावा एक स्वतंत्र पत्रकार ने भी यहूदियों की तुलना चीटियों से की थी और कहा था कि यह हमारे कमजोर पक्षों से घुसपैठ करते हैं। इसके बाद दिसंबर 2021 में डीडब्ल्यू ने जॉर्डन के ब्रॉडकास्टर टीवी रोया से अपने संबंध समाप्त कर लिए थे। बताया गया है कि इस तरह की स्थिति से निपटने के लिए डीडब्ल्यू ने अपने स्टाफ में 7 संपादकों की नियुक्ति की है उसी के साथ ही इजराइल में अपने ऑफिस में भी कर्मचारियों की संख्या को बढ़ाया है।