प्रदेश अध्यक्ष की हार के बाद मंडल अध्यक्ष का इस्तीफा
मंडल अध्यक्ष पर लगे थे भितरघात के आरोप
त्रिपुरा में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव के दौरान प्रदेश अध्यक्ष राजीब भट्टाचार्य की हार के बाद में उनकी विधानसभा सीट बनमालीपुर मंडल अध्यक्ष ने अपने पद से त्यागपत्र दे दिया है। प्रदेश अध्यक्ष की हार के बाद मंडल अध्यक्ष पर भितरघात के आरोप लगाए गए थे। खास बात यह है कि पिछले विधानसभा चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री विप्लव देव इस सीट से चुनाव जीते थे।
पश्चिमी त्रिपुरा में आने वाली विधानसभा सीट बनमालीपुर को भारतीय जनता पार्टी का गढ़ माना जाता है। पिछले विधानसभा चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री विप्लव देव यहां से 12,000 से अधिक मतों के अंतर से जीते थे। इस बार पार्टी ने उनके स्थान पर प्रदेश अध्यक्ष राजीब भट्टाचार्य को उम्मीदवार बनाया था। भट्टाचार्य कांग्रेस प्रत्याशी गोपाल चंद्र रॉय से 1369 वोटों से चुनाव हार गए हैं। इस हार के बाद यहां के मंडल अध्यक्ष दीपक कर के ऊपर भितरघात के आरोप लग रहे थे। इन आरोपों के बाद उन्होंने अपने पद से त्यागपत्र दे दिया है हालांकि प्रदेश अध्यक्ष राजीब भट्टाचार्य ने उनके त्यागपत्र की पुष्टि नहीं की है। भट्टाचार्य का कहना है कि उन्हें अब तक दीपक कर का त्यागपत्र नहीं मिला है।
2018 में आये थे पार्टी में
मंडल अध्यक्ष दीपक कर 2018 के विधानसभा चुनाव के पहले भारतीय जनता पार्टी में आए थे इसके पहले उन्हें मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी का समर्थक माना जाता था। कर पेशे से ठेकेदार हैं। 2018 में भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने के बाद कर को बनमालीपुर विधानसभा का मंडल अध्यक्ष बना दिया गया था। उन्हें पूर्व मुख्यमंत्री विप्लव देब का समर्थक भी बताया जाता है। पार्टी में लंबे से समय से अंदरूनी खींचतान की खबरें भी आ रहीं थीं।