गिनीज बुक के लिए रिकॉर्ड एक धंधा है ब्रांडिंग और मार्केटिंग का !
क्या सरकार ने भी पौधारोपण के रिकॉर्ड के लिए लिया था गिनीज बुक का बिजनेस सॉल्यूशन?
Goonj Special
इंदौर ने पौधारोपण का विश्व कीर्तिमान स्थापित कर लिया लेकिन रुकिए जिसे आप विश्व कीर्तिमान कह रहे हैं दरअसल वह गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड है। आप सवाल कर सकते हैं तो क्या हुआ वर्ल्ड रिकॉर्ड तो है लेकिन जब आप इस निजी संस्थान द्वारा प्रकाशित पुस्तिका के कार्यशैली के ऊपर गौर करेंगे तो आपको समझ में आ जाएगा कि दरअसल गिनीज बुक रिकॉर्ड बनाने का एक धंधा है जिसमें कंपनी लाखों डॉलर्स में कमाई करती है। यहां यह भी स्पष्ट कर दें कि यह रिकॉर्ड भी बिना पैसे लिए नहीं दर्ज हुआ है।
इसका आधार यह है कि गिनीज बुक किसी भी इवेंट की को रिकॉर्ड में दर्ज करने के लिए पांच पाउंड का शुल्क लेती है और इसके बाद इसका सत्यापन करने में 12 सप्ताह का समय लगता है। जब जाकर रिकॉर्ड दर्ज होता है। यदि आप रिकॉर्ड दर्ज कराने की बहुत जल्दबाजी में है जैसे कि मध्य प्रदेश की सरकार थी, तो इसके लिए आपको पेड सेवाएं लेनी होती है। गिनीज बुक के बारे में कहा जाता है कि वो पांच दिन में रिकॉर्ड दर्ज करने के लिए फीस के रूप में आठ सौ डॉलर तक चार्ज करता है। इसके अलावा रिकॉर्ड के लिए अन्य सेवाओं की वैल्यू हजारों से लेकर लाखों रुपए तक की है हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि मध्य प्रदेश सरकार ने इनमें से कौन सा पैकेज लिया था? लेकिन गिनीज बुक की वेबसाइट देखकर लगता है कि इसके लिए बिजनेस सॉल्यूशन सेवाएं ली गई थीं।
गिनीज बुक ने 1955 से अपना प्रकाशन शुरू किया तब से लेकर अब तक इसका नाम तीन बार बदल चुका है। वर्ष 2000 के पहले तक गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की हर साल निकलने वाली पुस्तकों के विक्रय से कंपनी को मोटा मुनाफा होता था लेकिन इंटरनेट की दुनिया में किताबों की बिक्री खत्म हो चुकी है। इसके चलते गिनीज बुक को आए के अन्य स्रोतों के ऊपर गौर करना पड़ा है ।
इसी में आती है वर्ल्ड रिकॉर्ड की प्रोफेशनल सेवाएं। यह सेवा न केवल आपको रिकॉर्ड बनाने में मदद करती है बल्कि कौन से रिकॉर्ड बनाए जा सकते हैं, वह टॉपिक से सुझाने से लेकर उसे बनाने और उसकी मार्केटिंग करने तक भी मदद करती हैं। यदि आपको भरोसा ना हो तो गिनीज रिकॉर्ड की वेबसाइट पर चले जाइए और वहां पर पेड सर्विसेज देख लीजिए।
इस हिसाब से गिनीज बुक अब एक इवेंट मैनेजमेंट कंपनी का रूप ले चुकी है जो कि इवेंट कराने से लेकर उसकी मार्केटिंग करने तक कईं बिजनेस सेवाएँ देती है और इसके बदले में फीस चार्ज करती है।
आप गिनीज बुक की वेबसाइट पर जाइए। वहां होम पेज पर ही आपको बिजनेस सॉल्यूशन का टैब दिखाई देगा। इस पर क्लिक कीजिए और जान जाईए कि रिकॉर्ड का धंधा कैसे चल रहा है? इस पर क्लिक करने पर आपको सबसे पहले दिखाई देगा रिकॉर्ड ब्रेकिंग मार्केटिंग सॉल्यूशन्स। इसमें लिखा है
Every year our in-house consultancy helps thousands of brands, businesses and organisations to engage global audiences, create captivating, shareable content and tell authentic stories that generate genuine media impact, all through the unique lens of record-breaking.
Whatever the brief, onsite or online, our experts can help you find an official record title to meet your objectives.
इसमें गिनीज बुक ने बताया है कि हर साल उनकी सलाह से हजारों ब्रांड्स, बिजनेस और संगठनों या संस्थानों वैश्विक दर्शकों को जोड़ने, मनोरम, शेयर करने योग्य कंटेंट बनाने प्रमाणिक कहानियां बताने में मदद करता है जिससे कि रिकॉर्ड के माध्यम से वास्तविक मीडिया प्रभाव पैदा किया जा सकता है। इसमें यह भी कहा गया है कि हमारे विशेषज्ञ आपको रिकॉर्ड का शीर्षक सुझाने में भी मदद कर सकते हैं। यानि कि गिनीज बुक आपको यह बताने में भी मदद करता है कि आपको कौन सा रिकॉर्ड बनाना है। यहां रिकॉर्ड एक मार्केटिंग इवेंट है जिसके जरिए बिजनेस, संस्थाएं और यहां तक कि सरकारें भी अपनी ब्रांडिंग करती हैं।
इसको स्क्रोल करने पर आगे आपको मिलता है How we can help section. इसको क्लिक करने पर चार विंडो सामने आते हैं जिसमें पहला है पीआर एंड मार्केटिंग कैंपेन, दूसरा है एंप्लाइ इंगेजमेंट तीसरा है लाईव इंटरटेनमेंट और चौथा है कंटेंट एंड टीवी लाइसेंसिंग। इन चारों सेक्शन्स के भीतर भी और टैब हैं। हम इनमें से उन्ही को यहां शामिल कर रहे हैं जो कि जरुरी लगते हैँ। पीआर एंड मार्केटिंग कैंपेन पर पर क्लिक करने पर जो लिखा आता है उसकी पहली डेढ़ लाइन ये बताने के लिए काफी है कि रिकॉर्ड क्यों बनाए जा रहे हैं ?
पढ़िए Record breaking has the power to propel a marketing or PR campaign to new heights,… ये आपके मार्केटिंग और पीआर कैपेन को नई उंचाईयां देने की सामर्थ्य रखता है। इसके आगे और पढ़ेंगे तो पता चलेगा कि गिनीज बुक के पास ऐसे लगभग 60 हजार टाइटल हैं जिसमें आप अपनी कईं तरीकों से रिकॉर्ड बनाकर आप अपने एनिवर्सरी, प्रॉडक्ट लांच तथा धन उगाहने जैसे अभियानों के उद्देश्यों को बढ़ा सकते हैं। इस टैब के नीचे भी चार टैब और हैं इनमें कम्युनिटी इंगेजमेंट इंदौर की पौधारोपण जैसी इवेंट के लिए है।
इसमें कहा गया है कि रिकॉर्ड बनाने की कवायद कम्युनिटी को भावनात्मक रूप से जोड़ने की ताकत रखता है। यानि इससे जुड़ने वाले लोगों को लगता है कि वे किसी रिकॉर्ड का हिस्सा हैं। शेष के लिए आप यह पढ़िए
Our clients have harnessed the power of record breaking to mark national days, celebrate local traditions, unite neighbourhoods, support tourism and much more. Whatever your community goals, record-breaking has the power to deliver powerful shared experiences and long-lasting memories.
With products and services that include record ideation, project & event consultancy, and provision of staff such as coaches and stewards, not to mention the option to have an official adjudicator attend your event, our expert team will work with you to help find the perfect record-breaking activity for your audience. We will provide you with the support you need to ensure a successful, unforgettable event and can advise you on how to make use of our instantly recognizable name and logo to guarantee that everyone knows they’re taking part in an authentic Guinness World Records attempt.
रिकॉर्ड ब्रेकिंग सॉल्यूशन्स की नीचे स्क्रोल करने पर आपको How to break a record सेक्शन मिलता है। इसमें आप Our product and services पर क्लिक करेंगे तो आपको गिनीज बुक की सेवाओं की जानकारी मिलेगी। यहां लिखा गया है कि हमारे रिकॉर्ड विशेषज्ञों की टीम आपके उद्देश्य और ऑडियंस को समझने में समय लेगी और आपके बजट और लॉजिस्टिक आवश्यकताओं को हिसाब से आपको कस्टमाईज सॉल्यूशन देगी। यहां ये सवाल उठता है कि यह काम रिकॉर्ड दर्ज करने वाले करते हैं या कोई मार्केटिंग एजेंसी?
पौधारोपण का रिकॉर्ड या रिकॉर्ड का पौधा रोपण
जैसा कि बताया गया है कि गिनीज बुक रिकॉर्ड दर्ज करने के लिए पांच पाउंड की फीस के साथ ही रिकॉर्ड के प्रमाण मांगता है और इसके सत्यापन के बाद इसे दर्ज करता है। इस प्रक्रिया के लिए 12 सप्ताह का समय तय किया गया है। लेकिन यदि आपको अपना रिकॉर्ड जल्दी दर्ज कराना है तो इसके लिए आपको अलग फीस चुकानी होती है। बताया जाता है कि अमेरिका में यह फीस आठ सौ डॉलर की है। इतनी फीस चुकाने के बाद आपका रिकॉर्ड एक सप्ताह में दर्ज कर लिया जाता है।
इंदौर में पौधारोपण का रिकॉर्ड बनते से ही गिनीज बुक के एडजुडिकेटर ने प्रमाण पत्र तुरंत जारी कर दिया। एडजुडिकेटर की सेवाएं भी गिनीज बुक की पेड सर्विस में आती हैं। बताया जाता है कि गिनीज बुक ने 69 देशों में 18 भाषाओं के एडजुडिकेटर नियुक्ति किए हैं। इनकी सेवाएं भी पेड हैं। उत्तराखंड से लेकर महाराष्ट्र तक भारतीय जनता पार्टी की सरकारों पर पेड़ कटाई के आरोप लगे हैं। हाल ही में देहरादून से लेकर भोपाल तक पेड कटाई के विरोध में जनता सड़कों पर उतरी है। इंदौर में भी अब जनता पेड़ कटाई का हिसाब लगाने लगी है। ऐसे में एक इवेंट ब्रांंडिंग के लिए बड़ी जरुरी थी। सवाल तो उठता है कि आखिर पौधारोपण करके रिकॉर्ड बनाया जा रहा था या फिर रिकॉर्ड बनाने के लिए पौधारोपण किया जा रहा था। इसका जवाब गिनीज बुक की सेवाओं में खोजा जाना चाहिए! हरियाली का संकट भी भारत में है और पौधा रोपण के रिकॉर्ड भी यहीं बनाए जा रहे हैं।