भाजपा नेता के ड्रग्स केस में कोर्ट से बरी होने पर एडिशनल एसपी ने लौटाया वीरता मैडल
कोर्ट ने जांंच को असंतोषजनक बता कर किया बरी
इम्फाल
एक चौकाने वाले मामले में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ASP) ने मादक द्रव्यों (Drugs) के मामले में भाजपा नेता और छह अन्य आरोपियों के खिलाफ जांच को न्यायालय द्वारा असंतोषजनक बता कर आरोपियों को बरी कर दिए जाने के बाद अपना मेडल लौटाने की घोषणा की है। मामला मणिपुर का है। इस पुलिस अधिकारी को मादक पदार्थों के खिलाफ अभियान चलाने के कारण ही यह पदक मिला था।
एएसपी थौनाओजम बृंदा ने ड्रग्स मामले में अदालत के आदेश के बाद अपना मुख्यमंत्री वीरता मेडल वापस कर दिया है। इस मामले में भारतीय जनता पार्टी के पूर्व एडीसी चेयरमैन और 6 अन्य लोगों के खिलाफ आरोप लगे थे। पुलिस अधिकारी बृंदा ने मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह को लिखी चिट्ठी में कोर्ट के आदेश को कारण बतातए हुए पदक वापस करने की बात कही है। कोर्ट ने ड्रग्स मामले में जांच को “असंतोषजनक” मानते हुए सभी आरोपियों को आरोपमुक्त कर दिया था।
बृंदा को मादक पदार्थों के खिलाफ राज्य सरकार की लड़ाई में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए देशभक्त दिवस पर 13 अगस्त 2018 को मुख्यमंत्री पुलिस पदक से सम्मानित किया गया था।
भारी मात्रा में ड्रग्स बरामत हुई थी भाजपा नेता के पास से
पुलिस अधिकारी ने राज्य सरकार के लिए पूरे सम्मान के साथ और एनडीपीएस अदालत के फैसले का पालन करते हुए मेडल वापस लौटाने की बात कही है। लामफेल की एनडीपीएस कोर्ट ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) के पूर्व स्वायत्त जिला परिषद (एडीसी) के अध्यक्ष लुखोशी जो और छह अन्य लोगों को सभी आरोपों से बरी कर दिया है, जिनका उस केस में नाम आया था, जिसमें भारी मात्रा में ड्रग्स जब्त किया गया था।