12 वर्ष से इंदौर का औसत तापमान नहीं बढ़ा फिर भी गर्मी क्यों बढ़ी?
ग्यारह प्रतिशत बढ़ गई है ह्यूमिडिटी
इंदौर।
मई महीने का पिछले 12 वर्षों का तापमान बताता है कि इंदौर शहर के तापमान में बहुत बदलाव नहीं हुआ है। ये औसतन 32 से 34 डिग्री सेल्सियस के बीच ही रहा है। यहां तक कि अधिकतम तापमान भी कभी 43 डिग्री के पार नहीं हुआ तो न्यूनतम तापमान भी औसतन 22 से 25 डिग्री के बीच ही रहा है। तो फिर सवाल उठता है कि हमको गर्मी ज्यादा क्यों लग रही है? हमे ऐसा क्यों लग रहा है कि गर्मी बढ़ गई है?
तो इसका कारण आपको आर्द्रता यानी ह्यूमिडिटी में देखने को मिलेगा। पिछले तीन साल में यदि इसका आंकड़ा देखें तो इसका औसत 42 प्रतिशत का है और इस साल भी इसके वहीं पहुंच जाने की संभावना दिख रही है।
आजकल तापमान का आंकड़ा हमारे मोबाइल में होता है इसलिए सबको पता होता है कि आज कितना तापमान होगा। लेकिन सच्चाई ये है गर्मी का पता लगाने के लिए ह्यूमीडिटी के आंकड़े को भी देखना जरूरी है। नीचे की टेबल बताती है कि इंदौर में मई महीने में तापमान पिछले बारह वर्षों से जस का तस है लेकिन ह्यूमीडिटी में बदलाव हुआ है। ये पिछले 12 वर्षों में 11 प्रतिशत बढ़ गई है। इसमें ये बदलाव पिछले तीन साल में ज्यादा हुआ है। इसके चलते तापमान औसत के आसपास रहने पर भी गर्मी बढ़ती जा रही है।
क्या है ह्यूमीडिटी और गर्मी का रिश्ता?
ह्यूमीडिटी का मतलब है हवा में पानी या नमी की मात्रा। यह मात्रा वाष्प के रूप में होती है। जब हवा सूखी होती है तो ये कम होती है और जब हवा में ज्यादा नमी होती है तो ह्यूमिडिटी बढ़ जाती है। जब हवा में ज्यादा नमी होगी तो ज्यादा गर्मी लगेगी क्योंकि इस तरह की हवा से पसीना सूखने की प्रक्रिया कम हो जाती है। इस तरह से 42 डिग्री तापमान अकेला ये तय नहीं करता कि आपको गर्मी कितनी लगेगी? ये इस बात ये तय होता है कि इस तापमान पर ह्यूमीडिटी का स्तर क्या है?
इंदौर में 2012 से 2020 तक ह्यूमीडिटी का औसत 31 प्रतिशत था जो कि उसके बाद के तीन वर्षों में 11 प्रतिशत बढ़कर 42 प्रतिशत हो गया है। इसे सामान्य शब्दों में कह सकते हैं कि इंदौर में गर्मी पिछले चार साल में 11 प्रतिशत अधिक महसूस होना शुरू हुई है। भले ही तापमान में कोई कमी क्यों न आई हो।
तापमान का खाता बही
वर्ष तापमान (सेल्सियस) आर्द्रता %
अधिकतम न्यूनतम औसत
मई 2012 41 22 32 35
मई 2013 42 23 33 33
मई 2014 42 22 32 34
मई 2015 43 25 34 28
मई 2016 43 23 33 39
मई 2017 42 24 33 35
मई 2018 43 11 34 29
मई 2019 42 23 33 28
मई 2020 42 29 37 28
मई 2021 39 22 31 44
मई 2022 43 21 33 39
मई 2023 42 19 31 43
मई 2024 40 22 32 37