अपनी ही सरकार द्वारा मंदिर हटाए जाने के विरोध में 1100 भाजपाइयों ने पार्टी
चुनाव वाले साल में भाजपा को जोर का झटका
अहमदाबाद
गुजरात के नवसारी में एक राधा कृष्ण मंदिर को हटाए जाने के विरोध में 1100 भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा पार्टी से त्यागपत्र देने का मामला सामने आया है। पार्टी के जिला अध्यक्ष ने भी 1100 कार्यकर्ताओं के इस्तीफे की बात स्वीकार की है लेकिन साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि अभी हमें यह तय करना है कि इनमें से कितने हमारे कार्यकर्ता थे। नवसारी की सर्वोदय सोसायटी स्थित इस मंदिर को वहां के शहरी विकास प्राधिकरण ने ध्वस्त किया है, तभी से वहां के रहवासी आंदोलित हैं और उनके आंदोलन को कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने भी समर्थन दिया है।
नवसारी के एडिशनल कलेक्टर ने बताया कि सर्वोदय नगर सोसाइटी में मंदिर का अवैध निर्माण हुआ था। मंदिर परिसर के बारे में प्रशासन की ओर से पहले नोटिस जारी किया गया था और 10 दिन का समय दिया गया था। जब बात नहीं मानी गई तो 25 जुलाई को अवैध निर्माण को ध्वस्त करा दिया गया। सर्वोदय सोसायटी के रहवासियों का आरोप है कि मंदिर को ध्वस्त करने के लिए भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात किया गया तथा प्रशासन और पुलिस द्वारा मंदिर हटाए जाने का विरोध कर रही महिलाओं और बच्चों के साथ मारपीट तथा अभद्र व्यवहार किया गया।
इसके बाद से सोसाइटी और उसके आसपास के क्षेत्र में रहवासियों में बड़ी नाराजगी है और इसे देखते हुए भाजपा के नाराज कार्यकर्ताओं ने भी पार्टी छोड़ दी है।
त्यागपत्र मिला है बोले जिलाध्यक्ष
पार्टी के नवसारी जिला अध्यक्ष भूरे लाल शाह ने कहा कि हमें एक पत्र मिला है जिसमें 1100 लोगों के हस्ताक्षर हैं। इस पत्र में इन लोगों ने पार्टी छोड़ने के बारे में लिखा है लेकिन अभी हमें इस बात का सत्यापन करना है कि जिन ग्यारह सौ लोगों के इस पत्र पर हस्ताक्षर हैं उनमें से कितने वास्तव में पार्टी के कार्यकर्ता हैं। मामले को लेकर अब भी धरना जारी है। वसुधा के कांग्रेसी विधायक आनंद पटेल ने आंदोलनकारियों का समर्थन किया है साथ ही आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष गोपाल इटालिया ने भी आंदोलनकारियों से मुलाकात की तथा मंदिर उठाए जाने के विरोध में डाले गए कैंडल मार्च में भी यह दोनों शामिल हुए।