रेप के अपराध में 20 साल की सजा काट रहे पादरी ने पीड़िता से शादी के लिए मांगी बेल
सुप्रीम कोर्ट ने याचिका सुनने से किया इनकार
53 साल के पादरी ने 2017 में किया था नाबालिग से बलात्कार
नई दिल्ली .
सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने रेप के आरोप में जेल की सजा काट रहे केरल के 53 वर्षीय पादरी को पीड़ता से शादी के लिए जमानत की अर्जी पर सुनवाई करने से इनकार दिया। आरोपी पादरी को फरवरी 2019 में रेप का दोषी पाया गया था और उसे 20 साल की जेल की सजा मिली थी। खास बात ये है कि अब रेप पीड़िता ने खुद कैथोलिक पादरी रॉबिन वडक्कुमचेरी से शादी की स्वीकृति पाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई थी।
पीड़िता रेप के समय नाबालिग थी और गर्भवती हो गई थी। अब वह बालिग हो चुकी है और एक बच्चे की मां है। सुप्रीम कोर्ट ने दोषी पादरी से बेल के लिए केरल हाईकोर्ट जाने को कहा है।दोषी रॉबिन वडक्कुमचेरी को वेटिकन ने पादरी पद से भी बर्खास्त कर दिया था।
बलात्कार से पीड़िता को पांच साल का बेटा
घटना के समय पीड़िता नाबालिग थी । अब वो 22 साल की हो चुकी है। सुप्रीम कोर्ट में पीड़िता ने अपने पांच साल के बेटे को स्कूल में दाखिला दिलवाने का हवाला दिया और दोषी से शादी करने के लिए अनुमति मांगी थी। रॉबिन वडक्कुमचेरी को 2019 में पोक्सो कानून के तहत मामलों की सुनवाई करने वाली अदालत ने दोषी ठहराया था।
इससे पहले, रॉबिन ने भी पीड़िता से शादी करने की मांग वाली एक याचिका के साथ केरल हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था, लेकिन अदालत ने इसे ठुकरा दिया था। उच्च न्यायालय ने आदेश में कहा था कि निचली अदालत का यह निष्कर्ष कि बलात्कार के समय पीड़िता नाबालिग थी, अब भी लागू है और आरोपी की दोषसिद्धी के खिलाफ अपील अभी भी उसके समक्ष लंबित है।
पीड़िता भी कैथोलिक परिवार
पीड़ित लड़की भी कैथोलिक परिवार से संबंध रखती है। रॉबिन वडक्कुमचेरी पादरी के तौर पर चर्च में काम करता था। मई 2016 में पीड़िता दसवीं का एग्जाम देने के बाद आरोपी पादरी के पास पहुंची थी। एक दिन दोपहर के समय पीड़िता को अकेला पाकर पादरी ने उसके साथ बलात्कार किया और फिर इसके बारे में किसी को भी कुछ न बताने को कहा था ।
पीड़िता ने सबसे यह बात छिपाए रखी। लेकिन रेप के बाद वह गर्भवती हुई और एक दिन अचानक पेट में दर्द की शिकायत के बाद उसे अस्पताल ले जाया गया। यहां जांच में पता चला कि पीड़िता गर्भवती थी। पीड़िता ने बाद में बच्चे को जन्म दिया। परिवार की ओर से इसकी शिकायत के बाद फरवरी 2017 में पादरी को गिरफ्तार किया गया था।
कनाड़ा भागने की तैयारी में था रोबिन
इस मामले का खुलासा चाइल्ड लाइन को आए एक फोन से हुआ था। 7 फरवरी 2017 को पीड़िता ने एक बच्चे को जन्म दिया था। पीड़िता और आरोपित दोनों के एक ही समुदाय का होने के चलते मामले को दबाया जा रहा था। लेकिन फोन आने के बाद चाईल्ड लाइन ने इस मामले की जानकारी पुलिस को दी और पुलिस पूछताछ के लिए कोट्टीयूर चर्च पहुंची। रॉबिन वडक्कुमचेरी यहीं पादरी था और जब पुलिस चर्च पहुंची तो रॉबिन वडक्कुमचेरी कनाड़ा भागने की तैयारी में था।
28 फरवरी 2017 को उसे गिरफ्तार किया गया और उसके साथ सात अन्य लोगों को भी पाक्सो में आरोपी बनाया गया था।
Tv. Prime time per debate ka mira hi taki lag aanand li in ka baki kanuni karyavahi ho