भोपाल में बेरोजगारों को लाठी और चयनित शिक्षिकाओं ने लगाई उठक बैठक
मामा नहीं ले रहे अपने भांजे -भाजियों की सुध , राखी बांधने पहुंची चयनित शिक्षिकाएं
भोपाल गूंज
मध्य प्रदेश में रोजगार के मोर्चे पर शिवराज सिंह चौहान की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। बुधवार को प्रदेश ने युवाओं का जैसा गुस्सा देखा वैसा अब तक कभी देखने को नहीं मिला है। जहां एक और तो रोजगार मांग रहे युवाओं पर लाठियां बरसाईं गईं तो वहीं दूसरी ओर 2018 के बाद से चयनित होकर नौकरी के इंतजार में बैठे शिक्षक और शिक्षिकाओं का थैर्य अब जवाब दे रहा है। भाजपा कार्यालय के बाहर चयनित शिक्षिकाओं ने उठक -बैठक लगाई लेकिन मामाजी और उनकी सरकार पर कोई असर नहीं हुआ।
दरअसल, बुधवार को प्रदेश में बेरोजगार युवाओं के साझा मंच मूवमेंट अगेंस्ट अन एम्प्लॉयमेंट ने पूरे प्रदेश से 18 अगस्त को युवाओं से एकजुट होने के अह्वान किया था। इसके बाद भारी संख्या में बुधवार की सुबह युवक जमा होने लगे थे। युवकों को रोकने के लिए रोशनपुरा चौराहे पर बैरिकेड कर दिया गया था। इसके बाद ये लोग लोकेशन बदलकर नीलम पार्क की तरफ पहुंचने लगे। पुलिस ने यहां पर आगे बढ़ने से रोक दिया। युवाओं ने जब जबरदस्ती की तो पुलिस ने बल का प्रयोग किया था।
बेरोजगार युवाओं ने कहा है कि पुलिस की पिटाई में कई लोग घायल हुए हैं। इनका कहना था कि सरकारी विभागों में बड़ी संख्या में पद खाली हैं लेकिन उनमें भर्ती नहीं हो रही है। ऐसे में सरकार उन पदों पर तुरंत भर्ती निकाले और खाली पदों को भरे। पिटाई में कई युवक जख्मी हो गए हैं। वहीं, कुछ युवकों को उठाकर भोपाल से बाहर छोड़ दिया गया है।
शिक्षिकाओं नियुक्ति के लिए बीजेपी ऑफिस पर लगाई उठक बैठक
मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की राजनीति का खास आयाम यह है कि वे जनता के साथ कोई न कोई रिश्ता जोड़ते हैं। लेकिन अब यही रिश्ते अब उन पर भारी पड़ रहे हैं। महिला और पुरुष चयनित शिक्षक भोपाल में बीजेपी ऑफिस के बाहर के आकर बैठ गए हैं। ये शिक्षक नियुक्ति पत्र की मांग कर रहे हैं। महिला चयनित शिक्षक राखी लेकर आईं हैं। वह सीएम शिवराज को राखी बांधना चाहती हैं और उपहार में उनसे नियुक्ति पत्र चाहती हैं। महिला शिक्षकों ने कहा कि हमें जब तक नियुक्ति पत्र नहीं मिलता है, हम तब तक यहां से नहीं जाएंगे। चयनित शिक्षकों के प्रदर्शन को देखते हुए बीजेपी ऑफिस की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
उठक बैठक लगाने का वीडियो वायरल
इन चयनित शिक्षकों की मांग पर सुनवाई नहीं हो रही है। बुधवार को भी कोई भी इनकी सुध लेने नहीं आया तो चयनित शिक्षिकाओं ने उठक बैठक लगाई। इसका वीडियो वाइरल हो रहा है। अब ये खबर पूरे देश में फेल गई है।
दरअसल, एमपी में चयनित शिक्षक बीते एक साल से ज्यादा वक्त से नियुक्ति पत्र की आस में बैठे हैं। तत्कालीन कांग्रेस की सरकार के जमाने से ही शिक्षक अपनी नियुक्ति की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। बीजेपी ने भी उन्हें आश्वासन दिया था।
अब प्रदेश में बीजेपी की सरकार बने डेढ़ साल होने को हैं, लेकिन चयनित शिक्षकों को नियुक्ति पत्र नहीं मिला है। चयनित शिक्षक अभी तक जिले में मंत्रियों और अफसरों के सामने विरोध जता रहे थे। आज करीब तीन हजार की संख्या में चयनित शिक्षक भोपाल पहुंच गए हैं।
श्रद्धांजली देने में व्यस्त रहे शिवराज
इन सारे घटनाक्रम से बेखबर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को बड़ा समय बाजीराव पेशवा की पुण्यतिथि के आयोजन में दिया। इसके बाद वे बालाघाट में निवेश को लेकर कार्यक्रम करते रहे लेकिन उन्होंने राजधानी के इन घटनाक्रम की कोई सुध नहीं ली। हां विपक्ष के नेता कमलनाथ ने जरुर इस मुद्दे पर ट्वीट किया है। हालांकि जब वे भी सरकार में थे तब भी इन शिक्षकों को नियुक्ति नहीं मिली थी।