22nd November 2024

जन्मदिवस पर मोदी विरोध का रिकॉर्ड, दुनिया में पहले नंबर पर रहा राष्ट्रीय बेरोजगार दिवस का हैशटैग

जहां मोदी को जन्मदिन की शुभकामनाएं देने वाले सात लाख ट्वीट हुए तो विरोध में 20 लाख

गूंज स्पेशल

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जन्मदिन कई मायनों में यादगार रहा।  जहां एक तरफ देश में एक ही दिन में कोरोना के दो करोड़ वैक्सीन दिए गए तो वही सोशल मीडिया पर जन्मदिवस के विरोध में ट्रेंड कराया हुआ हैशटैग राष्ट्रीय बेरोजगार दिवस दुनिया का  हैशटैग रात दस बजे तक के पहले सस्थान पर था। इस तरह से एक समय मोदी की ताकत रहा सोशल मीडिया इस तरह से अब उनके लिए चुनौती बन कर उभर रहा है। 

नरेंद्र मोदी के 71 में जन्म दिवस के अवसर पर जहां हमको शुभकामनाएं देने के लिए कईं हैशटैग ट्रेंड हुए। इनमें प्रमुख #HappyBdayModiji था। गेट डे ट्रेंड्स के अनुसार इस पर 7.19 लाख ट्वीट किए गए। इस तरह से ये हैशटैग दुनिया में पांचवे नंबर पर रहा। तो वहीं विपक्षी दलों ने उनके जन्मदिवस को राष्ट्रीय बेरोजगार दिवस घोषित करते हुए सोशल मीडिया पर इस #राष्ट्रीय _बेरोजगार_दिवस को ट्रेंड किया ।

गेट डे ट्रेंड्स के अनुसार इस पर 24 घंटे में 20 लाख से ज्यादा ट्वीट किए गए। दुनिया भर में #पर होने वाले ट्वीट का लेखा-जोखा रखने वाली साइट get the hashtag .Com के हिसाब से रात दस बजे तक पिछले 24 घंटों में दुनिया भर में यह हैशटैग पहले स्थान पर आ गया था। दूसरे स्थान पर #NCT127_STICKER था इसपर 18 लाख ट्वीट किए गए। इतना ही नहीं अंग्रेजी में ट्रेंड किए गए #NationalUnemploymentDay भी 13 लाख ट्वीट के साथ तीसरे स्थान पर था। (रात 10 बजे तक )

पिछले सात दिनों में तीसरे स्थान पर

वही पिछले 7 दिनों का है इस टाइप का लेखा-जोखा देखें तो राष्ट्रीय बेरोजगार दिवस दुनियाभर में तीसरे नंबर पर ट्रेंड कर रहा है। वही पिछले एक महीने की बात करें तो राष्ट्रीय बेरोजगार दिवस दुनिया भर में सातवें नंबर पर ट्रेंड कर रहा था। इस तरह से विरोधियों ने नरेंद्र मोदी के 71 में जन्मदिवस पर जमकर कटाक्ष किए। जहां तक एक में दिन में सबसे ज्यादा ट्वीट के रिकॉर्ड की बात करें तो यह कीर्तिमान साठ लाख ट्वीट का है जो कि #GWR2022 हैशटैग पर किए गए थे।

क्या मतलब है इसका ?

इसका सीधा सा अर्थ ये है कि मोदी विरोधी सोशल मीडिया पर उनके खिलाफ संगठित हो रहे हैं और वे अब भाजपा की आईटी सेल पर भारी पड़ रहे हैं। पहले आईटी सेल को आमजन की भी मदद मिलती थी लेकिन कोरोना काल के बाद नौकरियों को जाने और महंगाई बढ़ने से आम जन अब आईटी सेल की मुहिम को उतना समर्थन नहीं दे रहे हैं। कुलमिलाकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिन पर ही उनको ट्रोल किया जाना बहुत आश्चर्यजनक है। हालांकि इसकी शुरुआत भी भाजपा समर्थकों ने राहुल गांधी को उनके जन्मदिवस पर पप्पू दिवस मानाकर की थी अब विपक्षियों की वही रणनीति भाजपा पर भारी पड़ रही है।

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