लॉटरी किंग ने राजनीतिक दलों के दिए 1368 करोड रुपए
इलेक्शन बॉन्ड की जानकारी सार्वजनिक
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया ने इलेक्शन बॉन्ड की जानकारी चुनाव आयोग को दे दी है और चुनाव आयोग ने भी सुप्रीम कोर्ट द्वारा निर्धारित तिथि 15 मार्च के 1 दिन पहले 14 मार्च को ही इसे सार्वजनिक कर दिया है। हालांकि जो सूची सार्वजनिक की गई है उससे यह पता लगाना मुश्किल है कि किस कंपनी ने किसी पॉलिटिकल पार्टी को कितना चंदा दिया है। इससे केवल इतना पता चल सकता है कि एक कंपनी ने कुल मिलाकर कितना चंदा दिया है और एक पॉलीटिकल पार्टी को कुल मिलाकर कितना चंदा मिला है। यानी कि पारदर्शिता की एक्सरसाईज अब भी संभव नहीं होगी। हो सकता है कि इसके बाद बॉन्ड के नंबर भी जारी हो जाएं, उससे ही यह पता चल सकेगा कि किसको किसने कितना चंदा दिया है।
इसमें भी कुछ चौंकाने वाली जानकारियां मिली हैं। बॉन्ड के जरिए राजनीतिक दलों को सबसे ज्यादा चंदा देने वाले आदमी का नाम सेंटियागो मार्टिन है । मार्टिन को लॉटरी किंग के नाम से जाना जाता है। उन्होंने राजनीतिक दलों को कुल मिलाकर 1368 करोड रुपए का चंदा दिया है । यह चंदा मार्टिन की कंपनी फ्यूचर गेमिंग एंड होटल सर्विसेज लिमिटेड ने दिया है । इस कंपनी की वेबसाइट से मिली जानकारी के अनुसार मार्टिन ने 13 साल की उम्र में लॉटरी का बिजनेस शुरू कर लिया था।मार्टिन ने बहुत कम उम्र में मार्टिन ने अपना लॉटरी का नेटवर्क बना लिया था। सिक्किम, कर्नाटक और पश्चिम बंगाल से चलते वाली अधिकांश लॉटरी मार्टिन की कंपनी से ही जुड़ी थीं।
चंदां देने के मामले में दूसरे नंबर पर आने वाली कंपनी मेघा इंफ्रास्ट्रक्चर है। इस कंपनी ने राजनीतिक दलों को 980 करोड रुपए का चंदा दिया है और कंपनी बांध और पावर प्रोजेक्ट बनाने का काम करती है। इंदौर के पास इस कंपनी के पास सड़क बनाने का ठेका भी था। मूल रूप से कंपनी आंध्र प्रदेश की है और इसके मालिक पीवी कृष्णा रेड्डी और पीपी रेड्डी हैं।सूची की खास बात यह है कि इसमें अडानी और अंबानी कहीं भी दिखाई नहीं दे रहे हैं।
एक ही दिन में 200 करोड़ के बांड
सेंटियागो मार्टिन की कंपनी ने 1368 का चंदा दिया है। इस कंपनी ने एक ही दिन में राजनीतिक दलों को देने के लिए दो सौ करोड़ के इलेक्शन बॉन्ड भी खरीदे थे। कंपनी द्वारा खरीदे गए बांड्स की कुछ जानकारी इस प्रकार है:
मार्टिन की कंपनी ने
21 अक्टूबर 2020 को 60 करोड के बॉन्ड खरीदे।
27 अक्टूबर 2020 को 90 करोड़ के बॉन्ड खरीदे।
5 अप्रैल 2021 को 50 करोड़ के बॉन्ड खरीदे>
9 अप्रैल 2021 को 60 करोड़ के बॉन्ड खरीदे।
7 जुलाई 2021 को 30 करोड़ के बॉन्ड खरीदे
5 अक्टूबर 2021 को 196 करोड़ के बॉन्ड खरीदे
5 जनवरी 2022 को 100 करोड़ के बॉन्ड खरीदे
6 जनवरी 2022 को 110 करोड़ के बॉन्ड खरीदे
खास बात ये हैं कि 2023 में ईडी ने मार्टीन के कोयंबटूर के ठिकानों पर छापेमारी की थी।