उपचुनाव में छह दल बदलू में से चार हारे

भारतीय जनता पार्टी के लिए अच्छे नहीं रहे उपचुनाव, त में से दो ही सीट जीत सकी पार्टी

13 सीटों पर हुए उपचुनाव के परिणाम भारतीय जनता पार्टी के लिए अच्छे नहीं रहे हैंइन 13 सीटों में से पांच सीटों पर उपचुनाव केवल इसलिए करने पड़े क्योंकि एक पार्टी से निर्वाचित विधायक ने इस्तीफा देकर दूसरी पार्टी ज्वाइन कर ली और उसे पार्टी से टिकट लेकर मैदान में उतर गए । इन पांच दल बदलुओं में से केवल दो ही दोबारा विधानसभा पहुंच सके हैं और वह भी जैसे तैसे। 

यदि पूरे परिणाम की बात करें तो 13 विधानसभा उपचुनावों में कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस ने चार-चार सीट जीती हैं तो भाजपा ने दो तथा डीएमके, आम आदमी पार्टी और निर्दलीय ने एक-एक सीट पर कब्जा जमाया है।

सबसे ज्यादा तीन दल बदलू हिमाचल से मैदान में थे। इनमें से केवल आशीष शर्मा ही हमीरपुर में जीत दर्ज कर सके और वह भी आखिरी तीन राउंड में जैसे तैसे 1700 वोटो से चुनाव जीतने में सफल रहे। उनके अलावा दो अन्य दल बदलू विधायक होशियार सिंह और के एल ठाकुर को जनता ने घर भेज दिया। 

नालागढ़ सीट से कांग्रेस के हरदीप सिंह बाबा ने भाजपा की टिकट पर मैदान में उतरे पूर्व निर्दलीय विधायक के एल ठाकुर को 8990 वोटो से हराया। इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी के बागी प्रत्याशी हरप्रीत सैनी ने 13000 वोट पा कर ठाकुर के अरमान ठंडे कर दिए। 

इसी तरह से हिमाचल की देहरा सीट पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सुखी की पत्नी कमलेश ठाकुर ने इस बार भाजपा के टिकट पर मैदान में उतरे पूर्व विधायक होशियार सिंह को 9399 वोटों से पराजित किया। हमीरपुर में पूर्व कांग्रेसी और इस बार भाजपा से मैदान में उतरे आशीष शर्मा जैसे तैसे जीत दर्ज करने में सफल रहे। शर्मा ने कांग्रेस के प्रत्याशी डॉक्टर पुष्पिंदर वर्मा को 1571 वोटो से हराया। 

इसी तरह से बिहार में दल बदलू बीमा भारती रुपौली विधानसभा में तीसरे नंबर पर रहीं। इस सीट पर निर्दलीय शंकर सिंह जी दर्ज की तो जनता दल यूनाइटेड के कलाधर मंडल दूसरे स्थान पर रहे। निर्दलीय शंकर सिंह ने 8246 वोटो से जीत दर्ज की। यह उपचुनाव जनता दल यूनाइटेड के विधायक बीमा भारती के वहां से त्यागपत्र देकर राष्ट्रीय जनता दल में शामिल होने के चलते कराना पड़ा था। इसके पहले बीमा भारती ने पूर्णिया लोकसभा सीट से राष्ट्रीय जनता दल के प्रत्याशी के रूप में लोकसभा चुनाव भी लड़ा था । वहां भी वह तीसरे नंबर पर रही थीं। 

उपचुनाव में पांचवा दल बदलू बद्रीनाथ सीट से मैदान में था। यहां पर 2022 में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीते राजेंद्र सिंह भंडारी त्यागपत्र देकर भाजपा में शामिल हो गए थे। उनके त्यागपत्र के चलते यहां उपचुनाव करना पड़ा। भंडारी को कांग्रेस प्रत्याशी लखपत सिंह बुटोला ने 5224 वोटो से हराया। 

छठ दल बदलू मध्य प्रदेश के अमरवाड़ा विधानसभा सीट संविधान में था। कांग्रेस विधायक कमलेश शाह त्यागपत्र देकर भाजपा में शामिल हो गए थे। वे अंतिम तीन दौर की मतगणना में में 3027 वोटों से जीतने में सफल रहे। शुरुआती तीन दौर में उन्होंने बढ़त बनाई और उसके बाद में सत्रह में राउंड की मतगणना में पीछे चल रहे थे लेकिन अंतिम तीन दौर में उन्होंने जीत दर्ज कर ली। उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी धीरेन शाह को पराजित किया। खास बात यह है कि इस विधानसभा में 3403 वोट नोटा पर पड़े। यह वोट जीत हार के अंतर से ज्यादा हैं।

इसके अलावा उत्तराखंड की एक और सीट मंगलोर में बसपा विधायक की मौत हो जाने के चलते उपचुनाव हुआ। यहां पर कांग्रेस के काजी निजामुद्दीन ने 422 वोटो से जीत दर्ज की। यहां भाजपा प्रत्याशी करतार सिंह भडाना दूसरे नंबर पर रहे। भडाना हरियाणा से है लेकिन उन्हें उत्तराखंड से टिकट दिया गया। यह बात भाजपा के स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं को भी समझ नहीं आई। संभवत यही कारण है जिसके चलते नजदीकी मुकाबले में भाजपा ने यह सीट गंवा दी। उत्तराखंड के गठन के बाद से लेकर आज तक इस सीट पर केवल मुस्लिम प्रत्याशी ही जीतता आया है। 

वहीं बंगाल में ममता दीदी का जादू सिर चढ़कर बोला और यहां की चारों विधानसभा सीटों के उपचुनाव तृणमूल कांग्रेस ने भारी अंतर से जीते। सभी सीटों पर भारतीय जनता पार्टी प्रत्याशी दूसरे नंबर पर रहे। रायगंज सीट पर तृणमूल कांग्रेस के कृष्णा कल्याणी ने 50077 वोटो से जीत दर्ज की तो रनघाट दक्षिण सीट पर मुकुट अधिकारी ने 39048 वोटो से पार्टी का परचम लहराया। बगदा सीट पर तृणमूल कांग्रेस की मधुपर्णा ठाकुर 33455 वोटो से जीतीं तो मानिक टाला सीट पर तृणमूल कांग्रेस की सूप्ति पांडे ने 62312 वोटो के भारी भरकम अंतर से जीत दर्ज की।

इसी तरह से पंजाब की जालंधर पश्चिम सीट पर आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी महेंद्र भगत ने 37325 वोटों के भारी भरकम अंतर से जीत दर्ज की। यहां पर भारतीय जनता पार्टी प्रत्याशी दूसरे स्थान पर रहे तो कांग्रेस तीसरे स्थान पर। 

तमिलनाडु की विक्रावंडी विधानसभा सीट पर डीएमके प्रत्याशी शिव षणमुगम ने जीत दर्ज की। उन्होंने पीएम के प्रत्याशी अन्बुमनी कुछ 67757 वोटो से हराया यह इस उप चुनाव की सबसे बड़ी जीत है। 

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