पहले भी निकल चुकी है एयर टैक्सी की हवा
13 साल बाद एक बार फिर प्रदेश सरकार ने शुरू की एयर टैक्सी पीएम श्री
इंदौर।
मध्य प्रदेश में एक बार फिर एयर टैक्सी सेवा शुरू की गई है। प्रदेश में ये कवायद 13 साल पहले 2011 में तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी शुरू की थी। ये सेवा लड़खड़ाते हुए 2016 तक चली लेकिन बाद में यात्री न मिलने के चलते बंद कर दी गई थी। इस बार फिर इसे पीएम श्री पर्यटन वायु सेवा के नाम से शुरू किया गया है। पहले तीस दिन तक इसके टिकट पर 50 प्रतिशत का प्रमोशनल डिस्काउंट दिया जा रहा है। इस बार फिर किराए की राशि इसकी सफलता पर बड़ा सवाल खड़ा कर रही है। पिछला अनुभव भी यही कहता है।
सात सितंबर 2011 को प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मध्य प्रदेश में पर्यटन का बढ़ावा देने के लिए प्रदेश में एयर टैक्सी का उद्घाटन किया था। यह कार्यक्रम भोपाल के राजा भोज एयरपोर्ट पर हुआ था। इसके लिए वेंचुरा एयर कनेक्ट नामक कंपनी को ठेका दिया गया था जो कि एक नौ सीटर सेसना एयरक्रॉफ्ट के जरिए इसे चला रही थी। उस समय भी इसे सरकार की बड़ी उपलब्धि माना गया था। इस बार इसे उसी प्रकार से लागू किया गया है। इस बार इसे चलाने का ठेका जेट सर्व एविएशन प्राईवेट लिमिटेड को दिया गया है। ये कंपनी एक की बजाय दो एयरक्रॉफ्ट से इसे चलाएगी।
नुकसान के चलते कंपनी भागी थी
वेंचुरा एयर कनेक्ट के पास 2014 तक एयर टैक्सी चलाने का कांट्रेक्ट था लेकिन इस दौरान कंपनी को यात्री न मिलने के चलते बहुत नुकसान उठाना पड़ा। ये कांट्रेक्ट आगे बढ़ाया जा सकता था लेकिन कंपनी इसके लिए तैयार नहीं हुई। इस तरह 2014 में एयर टैक्सी बंद हो गई। इसके दो साल बाद 2014 में एक बार फिर एमपी टूरिज्म ने इस सेवा को प्रारंभ करने के लिए टेंडर जारी किए। इसमें इसका ठेका एक अन्य कंपनी सुप्रीम एविएशन को मिला था। यह कंपनी भी एक सेसना एयरक्रॉफ्ट के जरिए ऑपरेशन शुरू करने वाली थी लेकिन डीजीसीए यानी कि डायरेक्टर जनरल सिविल एविएशन ने इस कंपनी को लाइसेंस देने से इंकार कर दिया । इसके चलते 2016 तक अधिकारिक रूप से ये टैक्सी सेवा नहीं चली थी। इसके बाद एमपी टूरिज्म ने 2016 में इसे फिर से शुरु करने की कोशिश की थी। उस समय भी ये कोशिश सफल नहीं हुई थी। उस समय के एमपी टूरिज्म के डायरेक्टर हरिरंजन राव ने स्वीकार किया था कि यात्री न मिलने के चलते ये सेवा बंद हुई थी।
सड़क मार्ग सुगम है
टूर एंड ट्रेवल्स से जुड़े लोगों का मानना है कि प्रदेश के भीतर के निवासी इस सेवा के ग्राहक नहीं हो सकते हैं। इसके संभावित उपयोग वे पर्यटक करेंगे जो कि बाहर से एमपी में आएंगे लेकिन जो पर्यटक एयर टैक्सी अफोर्ड कर सकते हैं उनकी संख्या कम है। वैसे भी सरकार एक्सप्रेस वे की ओर जा रही है ऐसे में सड़क यात्रा ही ज्यादा सुगम लगती है। हाल ही में स्पाईस जेट ने अयोध्या की फ्लाईट बंद की है। जबकि राम जन्मभूमि को लेकर फिलहाल बहुत उत्साह है। दो महीने में ही कंपनी को फ्लाइट बंद करना पड़ी है इसके पीछे भी यात्री न मिलने का कारण बताया गया है।
यूरोप में छोटी दूरी की फ्लाईट बंद
भारत में जहां छोटी-छोटी दूरी की फ्लाईट चलाने की तैयारी की जा रही है तो वहीं यूरोप में छोटी दूरी की फ्लाईट बंद करने पर जोर दिया जा रहा है। फ्रांस, जर्मनी, यूके, स्पेन, स्विटजरलैंड, नार्वे जैसे देशों में छोटी दूरी की फ्लाइट बंद करने की मुहिम चल रही है। स्पेन में जिस स्थान पर ढ़ाई घंटे से कम समय में ट्रेन के द्वारा पंहुचा जा सकता है उसके लिए फ्लाईट बंद कर दी गई है। इन देशों का मानना है कि फ्लाइट से प्रदूषण होता है, ऐसे में इसका उपयोग सोच- समझ कर किया जाना चाहिए। भारत में भी दो एयरपोर्ट के बीच दो सौ किमी की दूरी होने का नियम है लेकिन एयरपोर्ट को लेकर हो रही राजनीति के चलते इस नियम पालन नहीं हो रहा है।