भारत में कोरोना का कम्यूनिटी स्प्रेड शुरू, बोला इंडियन मेडिकल एसोसिएशन
कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा दस लाख पार, जल्द ही दोगुना हो सकते हैं आंकड़े
नई दिल्ली .
भारत में कोरोना की स्थिति लगातार खराब हो रही है। संक्रमितों का आंकड़ा दस लाख पार हो चुका है और प्रतिदिन तीस हजार से ज्यादा कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं। लेकिन इससे भी बड़ी चिंता इस बात की है कि भारत में चिकित्सकों की सबसे बड़ी संंस्था इंडियन मेडिकल एसोसिएशन यानी आईएमए ने कहा है कि भारत में कोरोना कम्युनिटी स्प्रेड की स्थिति में पहुंच गया हैै। यानी कि अब हमारे यहां कोरोना के मामले बहुत तेजी से बढ़ेंगे।
यही कारण है कि कई राज्यों ने फिर से लॉकडाउन की घोषणा कर दी है और शेष राज्य भी इसकी तैयारी कर रहे हैं। कम्यूनिटी स्प्रेड की स्थिति को देखते हुए अब इससे और भी अधिक सावधान रहने की आवश्यकता है। अब कोरोना के मामले देश के ग्रामीण क्षेत्रों से भी सामने आने लगे हैं। इसके चलते इसकी संख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है।
आईएमए (हॉस्पिटल बोर्ड ऑफ इंडिया) के अध्यक्ष डॉ वीके मोंगा ने कहा, ‘यह अब घातक रफ्तार से बढ़ रहा है। हर दिन मामलों की संख्या लगभग 30,000 से अधिक आ रही है। यह देश के लिए वास्तव में एक खराब स्थिति है। कोरोना वायरस अब ग्रामीण क्षेत्रों में फैल रहा है, जो की एक बुरा संकेत है। इससे पता चलता है कि देश में कोरोना का कम्यूनिटी स्प्रेड शुरू हो चुका है।
हर दिन जा रही 500 से ज्यादा जान
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, बीचे 24 घंटों में कोरोना वायरस के 38,902 नए मामले सामने आए हैं, जबकि 543 लोगों की मौत हुई है। देश में कोरोना वायरस के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 10 लाख 77 हजार 618 हो गई है। इसमें से 3 लाख 73 हजार 379 एक्टिव मामले हैं, जबकि 6 लाख 77 हजार 423 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। देश में अब तक कुल 26,816 लोगों की जान जा चुकी है।
ग्रामीण क्षेत्र हैं नए हॉट स्पाट
डॉ. मोंगा ने कहा कि कोरोना महामारी के मामले कस्बों और गांवों तक पहुंच गए हैं, जहां स्थिति को नियंत्रित करना बहुत मुश्किल होगा। दिल्ली में हम इसे कंट्रोल कर रहे हैं, लेकिन महाराष्ट्र, कर्नाटक, केरल, गोवा के अंदरूनी इलाकों का क्या होगा जो नए हॉटस्पॉट बन सकते हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकारों को पूरी सावधानी बरतनी चाहिए और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए केंद्र सरकार की मदद लेनी चाहिए।
मोंगा ने कहा कि यह एक वायरल बीमारी है जो बहुत तेजी से फैलती है। इस बीमारी को रोकने के लिए केवल दो विकल्प हैं। पहला यह कि 70 फीसदी आबादी इस बीमारी से संक्रमित हो और उनके अंदर इससे लड़ने की इम्यूनिटी विकसित हो जाए। दूसरे तरीका है कि इसकी वैक्सीन तैयार हो जाए।
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने कहा कि 18 जुलाई तक कोरोना वायरस के लिए 1 करोड़ 37 लाख 91 हजार 869 नमूनों का परीक्षण किया जा चुका है। इनमे 3, लाख 58 हजार 127 नमूनों का शनिवार को परीक्षण किया गया। आईसीएमआर नियमित रूप से परीक्षण को तेजी से बढ़ा रहा है। वर्तमान में 885 सरकारी प्रयोगशालाओं और 368 निजी प्रयोगशालाओँ में कोरोना वायरस का परीक्षण किया जा रहा है।