नीम करौली बाबा के चमत्कार से विराट कोहली ने बनाया तीन साल बाद शतक!
विराट कोहली (Virat Kohli) ने तीन साल से ज्यादा समय के बाद टेस्ट मैच में शतक बनाया है। कोहली ने अहमदाबाद में हो रहे बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के चौथे टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपने टेस्ट करियर का 28वां शतक लगाया है। उनके शतक की बधाई सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रही है। कुछ फैंस इसे कोहली पर कैंची धाम वाले नीम करौली बाबा (Neem Karoli Baba) का आशीर्वाद भी बता रहे हैं। दरअसल पिछले साल नवंबर में वह अपनी पत्नी अनुष्का शर्मा और बेटी वामिका के साथ कैंची धाम गए थे और बाबा के दर्शन कर आशीर्वाद मांगा था।
एक समय मीडिया के सामने यह कहने वाले कोहली कि क्या मैं आपको पूजा-पाठ करने वाला लड़का लगता हूं, पिछले कुछ समय से लगातार पूजा पाठ करते देखे जा रहे हैं। इंदौर में हुए टेस्ट मैच के दौरान भी वे पत्नी अनुष्का के साथ महाकाल मंदिर में पूजा करने गए थे। इसके अलावा भी वे पिछसे कुछ समय से अलग-अलग मंदिरों में देखे जा रहे हैं। इसके अलावा आजकल वे कईं संतों के आश्रम में भी देखे गए हैं।
2019 में आया था आखरी टेस्ट शतक
विराट कोहली ने 23 नवंबर 2019 में टेस्ट मैच में आखिरी शतक लगाया था। ये कोलकाता में बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट में बनाया था। इसके 3 साल 3 महीने और 17 दिन के इंतजार के बाद कोहली ने अब अहमदाबाग टेस्ट मैच में शतक लगाया है। यह उनका टेस्ट क्रिकेट में 28वां शतक है तो ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वह 7 वां शतक है। इस तरह स ेइंटरनेशनल क्रिकेट में ये कोहली ने 75वां शतक लगाया है।
अनुष्का ने पोस्ट की थी बाबा की फोटो
अफगानिस्तान के खिलाफ शतक के बादविराट कोहली की वापसी का श्रेय उनकी पत्नी अनुष्का शर्मा ने नीम करौली बाबा को दिया था। उस समय अनुष्का ने नीम करौली महाराज की तस्वीर सोशल मीडिया पर पोस्ट की थी। नीम करौली बाबा के अलावा कोहली वृंदावन, हरिद्वार व उज्जैन स्थित महाकाल के दर्शन करने भी पहुंचे थे। इतना ही नहीं कोहली आजकल शाकाहारी भी हो गए हैं।
नीम करौली बाबा के किए थे दर्शन
पिछले साल नवंबर में विराट कोहली परिवार के साथ नैनीताल जिले के भवाली में स्थित कैंची धाम गए थे। नीम करौली बाबा के दर्शन करने के बाद उन्होंने कुछ दिन मुक्तेश्वर में बिताए थे। इसी साल जनवरी में भी वह परिवार के साथ वृंदावन स्थित नीम करौली बाबा के आश्रम गए थे। जनवरी में ही वह ऋषिकेश में मुनि की रेती स्थित स्वामी दयानंद आश्रम भी पहुंचे थे। विराट ने स्वामी दयानंद की समाधि पर मत्था टेक धार्मिक अनुष्ठान में भाग लिया था। जिसके बाद उन्होंने संतों को भोजन भी कराया था। उनका यह दौरा भी गोपनीय था।