पहला चुनाव लड़ रही इस लड़की के नाम बने हैं सोशल मीडिया पर ढ़ेरों एकाउंट
कैराना से चुनाव लड़ रही हैं इकरा चौधरी
पहली बार लोक सभा चुनाव लड़ रही इकरा चौधरी का सोशल मीडिया पर जैसा जलवा है वैसा तो स्थापित नेताओं का भी नहीं है। इकरा हसन या इकरा चौधरी के नाम को आप इंस्टाग्राम पर सर्च करें या फेसबुक पर आपको उनके नाम पर बने हुए दर्जनों प्रोफाइल मिलेंगे।
उत्तर प्रदेश की कैराना लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी ने 29 साल की इकरा चौधरी को चुनाव मैदान में उतारा है। वे क्षेत्र के पुराने सांसद और विधायक रह चुके मुनव्वर हसन चौधरी की बेटी हैं। उन्होंने लंदन में पढ़ाई की है। संभवत यही उनके व्यक्तित्व का एक एक्स फैक्टर है, जिसके चलते वे इस क्षेत्र की नई सोशल मीडिया सेंसेशन हैं। जो भी हो लगभग 44% मुस्लिम मतदाताओं वाली कैराना लोक सभा सीट अब समाजवादी पार्टी के लिए उतनी आसान नहीं रही है लेकिन चुनाव जोरदार है और ऊंट किसी भी करवट बैठ सकता है। परिणाम को पता तो मतगणना पर ही चलेगा लेकिन आप चाहें तो इकरा चौधारी के नाम से बने सोशल मीडिया प्रोफाइल की गणना करने की कोशिश कर सकते हैं।
यदि आप इंस्टाग्राम पर इकरा चौधरी का अकाउंट खोजने की कोशिश करेंगे तो आपको ढेर सारे अकाउंट मिलेंगे। संख्या हमने गिनी तो नहीं लेकिन 50 से कम तो नहीं होंगे। किसी अकाउंट में वह इकरा हसन है तो कहीं पर इकरा मुनव्वर हसन के नाम से मौजूद हैं। हालांकि उन्होंने अपने इलेक्शन एफिडेविट में अपना नाम इकरा चौधरी लिखा है और वहां पर उनका अधिकृत इंस्टाग्राम आईडी Iqra_Chaudhary26 है। इस पर फॉलोवर्स की अच्छी खासी संख्या है। इसी पर उनके नियमित इलेक्शन कैंपेन के वीडियो और फोटो पोस्ट किए जाते हैं।
इकरा चौधरी के नाम से बने हुए ढेर सारे इंस्टाग्राम अकाउंट पर उनके कैंपेनिंग के बहुत सारे वीडियो और फोटो पोस्ट होते हैं। खास बात यह है कि उनके ओरिजिनल इंस्टाग्राम अकाउंट जो कि उन्होंने अपने चुनावी शपथ पत्र में दिया है वहां पर उनके वीडियो की उतनी साज सज्जा (editing) नहीं की जाती जितनी की इन फैन अकाउंट में की जाती है।
इसी तरह से आप इकरा हसन को जब फेसबुक पर सर्च करने जाते हैं तो वहां भी आपको लगभग 100 प्रोफाइल उनके नाम के मिलते हैं। ये केवल फेसबुक एकाउंट और पेज नहीं हैं, इनमें से कईं पर अच्छे खासे फॉलोवर भी हैं। इलेक्शन एफिडेविट के हिसाब से उनका अधिकारिक फेसबुक पेज Iqra Munawwar Hasan के नाम से है। इस पर अच्छे खासे फॉलोवर हैं। आप जिस क्षेत्र के मतदाता हैं, आपको अपने क्षेत्र के किस नेता के नाम पर इतने अकाउंट आपको दिखाई देते हैं? खास बात ये है कि इकरा के भाई नाहिद भी तीन बार के विधायक हैं लेकिन इसके बाद भी वे सोशल मीडिया पर इकरा की तरह सेलेब्रिटी नहीं हैं।
सोशल मीडिया के जानकारों के हिसाब से सोशल मीडिया पर उस पर्सनालिटी के ज्यादातर अकाउंट्स बनाए जाते हैं जो ट्रेंडिंग होते हैं। यानी कि ये अकाउंट बताते हैं कि इकरा चौधरी एक ट्रेंडिंग यूथ हैं। चुनाव का जो भी परिणाम हो लेकिन सोशल मीडिया में पॉपुलरिटी की लड़ाई तो वो जीत चुकी हैं। ये प्रोफाइल उनकी जितनी लोकप्रियता बताते हैं उतनी ही उनकी समस्या भी बढ़ाते हैं। इनमें से कई अकाउंट में जो वीडियो पोस्ट किए गए हैं उनमें बैकग्राउंड म्यूजिक किसी B ग्रेड फिल्म की तरह दिया गया है। हालांकि इसके लिए उन्हें जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता है।
फिर भी सोशल मीडिया पर इकरा हसन की मौजूदगी ने साबित किया है कि वह कैराना की सेलिब्रिटी तो हैं। हालांकि जेल में रहते हुए चुनाव लड़ रहे उनके भाई के लिए कैंपेनिंग करते समय ही वे हेडलाइंस हिट कर चुकी थीं। संभवत: इसके कारण भी वे उनके फॉलोवर्स बहुत हैं और वे सोशल मीडिया पर नोटिस की जाती हैं। सोशल मीडिया एक्सपर्ट पुष्कर तिवारी बताते हैं कि इकरा के नाम पर इतने सारे एकाउंट या तो उनकी चुनावी रणनीति का हिस्सा होंगे या फिर उनके नाम से आईडी बनाने पर फॉलेवर्स तेजी से बढ़ते होंगे, इसके चलते उनके नाम पर ढ़ेर सारे एकाउंट बन गए हैं। हालांकि उन्हें इन्हें काबू करना चाहिए। ये वास्तव में उनके नाम का दुरुपयोग है।
अब आते हैं उनके चुनाव जीतने की संभावनाओं के ऊपर तो इस बारे में जानकारों का मानना है कि उनके कैंपेन में एक वर्ग विशेष के लोग ही ज्यादा दिखते हैं। यह उनकी समस्या हो सकती है। यदि उन्हें हिंदुओं के वोट नहीं मिले तो उनकी चुनावी नैया पार लगने में मुश्किल हो सकती है। फिलहाल देश में जिस तरह की हवा है उसे देखते हुए उन्हें खुद को सभी का नेता के रूप में पेश करने की जरुरत है। उन्होंने चुनाव में अपना असर छोड़ा है और कैराना का ये चुनाव लंबे समय तक याद किया जाएगा। उनका मुकाबला भाजपा के वर्तमान सांसद प्रदीप कुमार से है। प्रदीप कुमार भाजपा में आने से पहले कांग्रेस, आरएलडी और बसपा में भी रह चुके हैं।