JNU ने वापस लिया धरना प्रदर्शन के खिलाफ जारी नया नोटिस, अब नहीं लगेगा जुर्माना
जेएनयू स्टूडेंट यूनियन और एबीवीपी ने भी किया था जुर्माने का विरोध
नई दिल्ली.
जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) ने विरोध प्रदर्शन के खिलाफ जुर्माना लगाने का नोटिफिकेशन वापस ले लिया है। यूनिवर्सिटी ने नोटिफिकेशन जारी कर कहा था कि जो भी छात्र धरना और विरोध प्रदर्शन जैसे कार्यक्रमों में शामिल पाए जाएंगे उन्हें 20,000 रुपये तक का जुर्माना लगाया जाएगा। साथ ही अगर कोई छात्र किसी को धमकी देता है या फिर अपमानजनक व्यवहार करता है तो उस पर 50,000 रुपये तक का जुर्माना लगाया जा सकता है या फिर रस्टीकेट भी किया जा सकता है। लेकिन इस नोटिफिकेशन के जारी होने के बाद छात्रों के विरोध के कारण इसे वापस ले लिया गया है।
चीफ प्रॉक्टर के ऑफिस द्वारा जारी नोटिस में कहा गया कि प्रशासनिक कारणों से जेएनयू के छात्रों के अनुशासन के लिए 28 फरवरी को जारी किए गए नोटिस को वापस ले लिया गया है। हालांकि नोटिस वापस लेने से पहले जेएनयू रेक्टर ने कहा था कि उन्हें इन नियमों के विषय में जानकारी नहीं थी।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार जेएनयू स्टूडेंट यूनियन (JNU Student Union) ने इन नियमों के खिलाफ प्रोटेस्ट आयोजित किया था। जेएनयूएसयू (JNUSU) के जनरल सेक्रेटरी सतीश चंद्र यादव ने कहा था कि अगर नियमों को वापस ले लिया जाएगा तो संभव है कि प्रोटस्ट भी खत्म कर दिया जाए। नियमों के वापस होने से पहले सतीश ने कहा था कि नए कोड ऑफ कंडक्ट के कारण छात्रों के बीच निराशा है।