अपने कार्यकर्ताओं को गाड़ी से कुचलने वाले विधायक को भाजपा ने अपनी पार्टी में लिया

बीजेडी ने भाजपा नेता पर हमला करने के आरोप में निकाला था पार्टी से

यदि एक पार्टी अपने किसी विधायक को दूसरी पार्टी के नेता पर हमला करने के आरोप में निष्काषित करे और वो विधायक उसके बाद दूसरी पार्टी के कार्यकर्ताओं को अपनी एसयूवी कार से कुचल कर घायक कर दे और उसके बाद भी दूसरी पार्टी नेता को अपने दल में शामिल कर ले, तो आप इस राजनीति को क्या कहेंगे? लेकिन ऐसा हुआ है और ये कारनामा किया है विश्व की सबसे बड़ी पार्टी भाजपा ने । गुरुवार को बीजू जनता दल के निष्काषित विधायक प्रसंत कुमार जगदेव भाजपा में शामिल हो गए। जगदेव के बीजू जनता दल ने सितंबर 2021 में भाजपा नेता निरंजन सेठी पर हमला करने के आरोप में निष्काषित कर दिया था। इसके बाद जगदेव ने मार्च 2022 में खुर्दा जिले के बनापुर ब्लॉक ऑफिस के बाहर ब्लॉक प्रमुख के चुनाव के दौरान जमा हुए भाजपा कार्यकर्ताओं की भीड़ पर अपनी जीप चढ़ा दी थी।

भाजपा की टोपी में जगमग करते जगदेव

इस हादसे में बीस लोग घायल हुए थे, इनमें से जयादातर भाजपा कार्यकर्ता थे। घायलों में ओडिशा पुलिस की सब इंस्पेक्टर रश्मि रजंन साहू भी शामिल थीं। इसके बाद भीड़ ने जगदेव को वाहन से बाहर निकाल कर उनकी पिटाई की थी और उनकी जीप में आग लगा दी की। इसके बाद जगदेव को अस्पताल ले जाना पड़ा था। वहां से डिस्चार्ज होने पर ओडीशा पुलिस ने जगदेव को गिरफ्तार किया था। इस मामले में चार महिने जेल में रहने के बाद जगदेव को सर्वोच्च न्यायालय से जुलाई 2022 में जमानत मिली थी। वे अभी जमानत पर बाहर है।

गुरुवार को जगदेव भुवनेश्वर की भाजपा सांसद पूर्व आईएएस अपराजिता सारंगी और भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष समीर मोहंती की उपस्थिति में उसी भाजपा में शामिल कर लिए गए जिसके नेता पर वे हमला कर चुके हैं और जिसके कार्यकर्ताओं को अपनी कार से कुचल चुके हैं।

इस मौके जगदेव ने डबल इंजन सरकार और विकसित भारत इत्यादि शब्दों का प्रयोग करते हुए ओडिशा में भाजपा की सरकार बनने की भविष्यवाणी की और कहा कि वे विकसित भारत के सपने में एक सैनिक की तरह योगदान देंगे। यहां सवाल ये है कि जिस आदमी ने एक इंजन की एसयूवी भाजपा कार्यकर्ताओं कुचला हो वो डबल इंजन की सरकार से क्या करेगा?

इस मौके पर भाजपा सांसद अपराजिता सारंगी ने उम्मीद जताई कि जगदेव के पार्टी में आने से पार्टी को मजबूती मिलेगी। जगदेव दो बार के विधायक हैं और चुनाव शपथ पत्र के अनुसार उन पर दस अपराधिक मामले दर्ज हैं। इन मामलों में 2016 में महिला तहसीलदार पर लालटेन फैंकने, 2018 में एक सरपंच को उसके कार्यालय में सार्वजनिक रूप से धमकाने तथा अगस्त 2020 में चिल्लिका विकास प्राधिकरण के जूनियर इंजीनियर के साथ मारपीट करने के प्रकरण शामिल हैं।

error: Content is protected !!