इंदौर में मस्जिद पर पुलिस के सामने हमले का वीडियो दिखाकर ट्रेंड हो रहा एमपी में जंगल राज
इंदौर.
शुक्रवार को ट्वीटर पर मध्य प्रदेश में सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने वाला हैशटैग चलाया गया। एमपी में जंगलराज नाम के इस हैशटैग को लेकर शाम तक 1.28 लाख से ज्यादा ट्वीट किए गए हैं। लेकिन खास बात ये है कि इस हैश टैग का जवाब नहीं दिया। इस हैश टैग के साथ जो वीडियो दि्खाया जा रहा है उसे इंदौर का बताया जा रहा है। यह सारा काम इस वीडियो को लेकर किसी पुष्टि के बिना किया गया है।
#एमपी_में_जंगलराज हैशटैग के साथ सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर रहे हैं। इस वीडियो में कुछ भगवा झंडा लिए लोग मस्जिद के पास खड़े होकर नारेबाजी कर रहे हैं। वहीं, उनके बगल में पुलिस की गाड़ी खड़ी है। इस वीडियो के बारे में लोग बता रहे हैं कि यह इंदौर के चांदनखेड़ी का है, जहां पिछले दिनों हिंदू संगठनों की रैली पर पथराव हुआ था। हालांकि यह सही नहीं है। लेकिन बिना रोक टोक इंदौर के वीडियो के नाम से पूरे देश में इसे चलाया जा रहा है।
मंदसौर का भी बताया जा रहा वीडियो
इसके अलावा इस हैशटैग के साथ हुए कुछ ट्वीट्स में इस वीडियों को मंदसौर का भी बताया गया है। इस मामले में असदउद्दीन औवेसी ने कुछ दिन पहले बयान जारी किया था कि मंदसौर में मस्जिद पर हमला किया गया है। कुछ लोग इस वीडियो को औवेसी की बातों का हवाला देते हुए मंदसौर का भी बता रहे हैं। हालांकि औवेसी के आरोप भी गलत हैं मंदसौर में भी इस तरह की कोई घटना नहीं हुई है।
इसी तरह से एक अन्य ट्वीट भी किया गया है और इतना ही नहीं इन ट्वीट्स पर आने वाले जवाब भी सद्भाव बिगाड़ने वाले हैं। देखिए
इस ट्वीट में आप उस फर्जी वीडियो को देख सकते हैं। इसमें इस वीडियों को मंदसौर का बताया जा रहा है।
मंदसौर में मस्जिद पर हमले को लेकर असदउद्दीन औवेसी का मनगढ़ंत आरोप वाला बयान भी एक ट्वीटर यूजर ने पोस्ट किया है।
एमपी में दो स्थानों पर हुआ है विवाद
हाल ही में मध्य प्रदेश में दो स्थानों पर राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के लिए सहयोग के लिए निकली यात्राओं पर पथराव की घटनाएं हुई हैैं। इस तरह की एक घटना उज्जैन में हुई है तथा दूसरी घटना इंदौर के निकट गौतमपुरा में हुई है। इसे देखते हुए यहां का माहौल वैसे तनावपूर्ण है ऐसे में एमपी में जंगलराज का यह हैशटैग किसी षड्यंत्र की हिस्सा लगता है जिस पर सरकार को संज्ञान लेना चाहिए।