प्राण प्रतिष्ठा समारोह में एक नंबर ही होगा अतिथि की पहचान    

 मोदीजी के जाने के बाद हो सकेंगे दर्शन, मोबाइल भी करना होगा डाउनलोड

अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि स्थान पर प्राण प्रतिष्ठा समारोह का समय नजदीक आता जा रहा है। 22 जनवरी के आयोजन के लिए जिन लोगों को निमंत्रण पत्र मिले हैं, वे जाने की तैयारी में जुटे हैं। साथ ही निमंत्रण पत्र में उन प्रक्रियाओं और सावधानियों को बताया गया है जिनका पालन इन विशिष्ट अतिथियों को वहां करना होगा। खास बात यह है कि इन अतिथियों के नाम की बजाय इन्हें आवंटित नंबर ही समारोह में इनकी पहचान होंगे। ये जहां भी जाएंगे व्यवस्था में लगे सेवक इस नंबर के आधार पर ही इनकी पहचान करेंगे।  इन्हें 21 जनवरी दोपहर तक वहां पहुंचने को कहा गया है। साथ ही आधार कार्ड सदैव अपने साथ रखने को कहा गया है।

इन अतिथियों को निमंत्रण पत्र के साथ श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय के हस्ताक्षर वाला एक पत्र भी प्राप्त हुआ है। इसमें अतिथियों से इसप्रार से योजना बनाने को कहा गया है कि वे 20 जनवरी सांय काल से 21 जनवरी की दोपहर तक अयोध्या पहुंचने के हिसाब से यात्रा की योजना बनाने को कहा गया है। साथ ही यह आग्रह भी किया गया है कि अतिथि 23 जनवरी को अयोध्य से वापस लौटने की योजना भी तैयार रखें।

इस पत्र के साथ ही अतिथियों से निवेदन किया गया है कि निमंत्रण पत्र व्यक्तिगत है अत: आपके साथ कोई अन्य न आए। साथ ही ये भी स्पष्ट कर दिया गया है कि सभी अतिथि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आयोजन स्थल से निकल जाने के बाद ही रामलला के दर्शन कर सकेंगे।

आधार साथ रखना होगा

निवेदन में जो दिशा निर्देश दिए गए हैं इसमें बताया गया है कि आयोजन स्थल पर पर्स, मोबाइल आदि सामान नहीं ले जाने दिए जाएंगे। कार्यक्रम स्थल पर 22 जनवरी की सुबह 11 बजे तक पहुंचना होगा। यदि अतिथि किसी को अन्य को साथ लेकर आते हैं या तो उसे अतिथि के साथ अंदर नहीं जाने दिया जाएगा। इतना ही नहीं वे महामुभाव जिन्हें सरकारी सुरक्षा मिली हुई है उन्हें भी अपने सुरक्षाकर्मी बाहर ही छोड़कर जाना होगा। बताया गया है कि प्रधानमंत्री की उपस्थिति के चलते आयोजन स्थल उनके सुरक्षा तंत्र द्वारा पूर्ण सुरक्षित रहता है।

एक किमी पैदल चल सकें तो ही आएं

निमंत्रण में यह भी स्पष्ट कर दिया गया है कि आयोजन स्थल तक पहुंचने एवं लौटने के लिए एक किमी तक पैदल चलना होगा अत: वे व्यक्ति जो कि चलने में असमर्थ हैं या फिर अत्यधिक वृद्ध हैं, वे प्राण प्रतिष्ठा समारोह में नहीं आना चाहिए। वे फरवरी मास में कभी भी आ सकतें हैं। यह भी बता दिया गया है कि कार्यक्रम लगभग तीन घंटे तक चलेगा अत: इतनी देर तक बैठ सकने की क्षमता देखकर की आएं।

एप डाउनलोड करना होगा

अतिथियों को वहां पहुंचने के लिए प्राण प्रतिष्ठा समारोग का मोबाइल एफ डाउनलोड करना होगा। इसके लिए इन अतिथियों को एक लिंक भेजी जाएगी। यानि कि इस एप को हर कोई डाउनलोड नहीं कर सकेगा। इस में अतिथियों को रजिस्ट्रेशन फार्म में अपनी जानकारी भरना होगी। इसके बाद इसे सबमिट करना होगा। इस जानकारी के आधार पर कार्यक्रम स्थल पर प्रवेश का कार्ड बनेगा। अतिथियों के वहां पहुंचने के उपरांत इन्हें निमंत्रण के साथ मिले पत्र में लिखे नंबर के आधर पर जन्मभूमि क्षेत्र में प्रवेश के लिए कार्ड जारी किया जाएगा। आयोजन स्थन पर प्रवेश के पहले यह कार्ड दिखाना होगा।

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