जिस स्क्रीनशॉट से यूजीसी नेट की परीक्षा रद्द हुई वह एडिटेड था
सीबीआई की जांच में हुआ खुलासा, टेलीग्राम चैनल पर उठ रही उंगली
टेलीग्राम पर पर्चा आउट हो जाने के चलते रद्द हुई यूजीसी नेट परीक्षा को लेकर जारी सीबीआई जांच में यह तथ्य सामने आया है कि जिस टेलीग्राम स्क्रीनशॉट के आधार पर परीक्षा रद्द की गई है उस स्क्रीनशॉट के साथ छेड़छाड़ की गई थी। हालांकि अब तक सीबीआई की रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं हुई है लेकिन यूजीसी सूत्रों ने इस बात की पुष्टि की है कि सीबीआई को वह स्क्रीनशॉट एडिटेड होने के प्रमाण हाथ लगे हैं। इस आधार पर कहा जा सकता है कि यूजीसी नेट का पेपर आउट नहीं हुआ था और परीक्षा रद्द करने का निर्णय जल्दबाजी में कर लिया गया।
अब तक की जांच में सीबीआई को पता चला है कि जिस टेलीग्राम चैनल पर परीक्षा वाले दिन 18 जून को दोपहर दो बजे यूजीसी नेट का पेपर सर्कुलेट किया था और इसमें कहा गया था कि यह प्रश्न पत्र परीक्षा का प्रथम सत्र आयोजित होने के पहले ही लीक हो गया है। परीक्षा का पहला सत्र सुबह 9:30 से 12:30 बजे के बीच हुआ था जबकि दूसरा सत्र दोपहर तीन से 6 बजे के बीच था।
जिस टेलीग्राम मैसेज और इसके स्क्रीनशॉट पर भरोसा करते हुए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने 19 जून दोपहर तीन बजे यह मामला इंडियन साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर को भेज दिया था। इस आधार पर सरकार ने 19 जून की रात को परीक्षा रद्द करने का निर्णय कर लिया और 23 जून को शिक्षा मंत्रालय ने सीबीआई से अनुरोध किया कि वह इस मामले की जांच करे।
सरकार के सूत्रों के हिसाब से सीबीआई को पता चला है कि वह टेलीग्राम स्क्रीनशॉट यह साबित करने के लिए मैनिपुलेट किया गया था कि पेपर लीक परीक्षा के पहले हो चुका था। बताया गया है किटेलीग्राम पर पेपर का फोटो दोपहर दो बजे पोस्ट किया गया था लेकिन इस इस रूप से पेश किया गया कि यह परीक्षा शुरू होने के पहले ही उपलब्ध था। अभी तक मैनिपुलेशन की सही प्रकृति का पता नहीं लगा है।
प्रश्नपत्र बेचने की दुकान खोलने की तैयारी !
सरकार के सूत्रों ने कहा है कि यह टेलीग्राम चैनल के द्वारा चलाया गया एक घोटाला है जिसमें परीक्षा के कुछ दिन पहले ही यह दावा किया गया था कि परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक हो गया है और पैसों के बदले में उपलब्ध है।
इसके बादइन लोगों ने प्रश्न पत्र का फोटो एक छात्र के जरिए प्राप्त किया और उससे छेड़छाड़ कर उसे इस रूप में पेश किया जैसे कि यह प्रश्न पत्र परीक्षा के पहले ही उपलब्ध था। इसके लिए प्रश्न पत्र का स्क्रीनशॉट सर्कुलेट किया गया ताकि यह भरोसा दिलाया जा सके कि यह लोग भविष्य में पैसों के बदले में किसी भी परीक्षा का प्रश्न पत्र उपलब्ध करा सकते हैं ।
बताया गया है कि सीबीआई ने शिक्षा मंत्रालय को अपने इस जानकारी से अवगत करा दिया है और अब सरकार को यह निर्णय लेना है कि यूजीसी नेट की रद्द की गई परीक्षा के निर्णय को वापस ले ले और इस परीक्षा की मूल्यांकन के आधार पर परिणाम जारी कर दे।
हालांकि NTA पहले ही 21 अगस्त से 4 सितंबर के बीच परीक्षा पुनः करने की संभावित तिथि घोषित कर चुकी है।