कर्नाटक का ये मेडिकल कॉलेज कराएगा डॉक्टरी की मुफ्त पढ़ाई
आज पीएम नरेन्द्र मोदी आज करेंगे कॉलेज का उद्घाटन
बंगलुरू.
डॉक्टरी की पढ़ाई केवल मेहनत नहीं मोटी फीस भी मांगती है। नीट की तैयारी से लेकर तो एमबीबीएस की पढ़ाई में लाखों रुपए खर्च होते हैं। कईं स्टूडेंट्स के लिए इतनी फीस खर्च करना संभव नहीं होता है। ऐसे में उनके लिए डॉक्टर बनने का सपना सपना ही रह जाता है।
लेकिन अब ऐसे स्टूडेंट्स के लिए एक अच्छी खबर है। कर्नाटक का श्री मधुसुदन साई इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड रिसर्च मेडिकल के छात्रों के लिए एमबीबीएस (MBBS) की पढ़ाई बिल्कुल फ्री में कराएगा। कर्नाटक के चिक्काबल्लापुर में स्थित यह मेडिकल कॉलेज छात्रों को बिल्कुल मुफ्त में एमबीबीएस की डिग्री देगा। 25 मार्च को यानी की शनिवार को प्रधानमंत्री मोदी इस नए मेडिकल कॉलेज का उद्घाटन कर रहे हैं।
इस कॉलेज में चुने हुए 100 छात्रों को मेडिकल की पढ़ाई (NEET UG Free Admission) करने का मौका मिलेगा। जहां देश में मेडिकल की पढ़ाई के लिए छात्रों को लाखों रुपये खर्च करने पड़ते हैं वहीं ये कॉलेज छात्रों को मुफ्त शिक्षा प्रदान कर उनके डॉक्टर बनने का सपना पूरा करेगा। आइए इस विषय में अन्य महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त कर लेते हैं।
हॉस्टल भी होगी बिलकुल फ्री
यह कॉलेज 100 सीटों पर छात्रों को एडमिशन देगा जिसमें से 50 सीटों पर सरकारी कोटे से एडमिशन होगा वहीं 50 सीटों पर मैनेजमेंट कोटे से छात्रों को एडमिशन दिया जाएगा। इन दोनों ही कोटे के लिए कोई फीस नहीं ली जाएगी। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार केवल इतना ही नहीं बल्कि एडमिशन लेने वाले छात्रों को शिक्षा से संबंधी सभी जरूरी चीजें जैसे कॉपियां, किताबें, यूनिफॉर्म आदि भी मुख्त दी जाएगी। साथ ही छात्रों को हॉस्टल की सुविधा भी मिलेगी जिसके लिए छात्रों को कोई फीस नहीं देनी होगी।
कॉलेज हॉस्पिटल में पांच साल तक देना होगी सेवा
जो भी छात्र एडमिशन लेने के इच्छुक हैं वे इस बात का खास ध्यान रखें कि ग्रेजुएशन पूरा होने के बाद उन्हें पांच सालों तक कॉलेज हॉस्पिटल में सर्विस देनी होगी। इस बात पर छात्रों को सहमति देनी होगी। रिपोर्ट्स के अनुसार कर्नाटक एग्जामिनेशन अथॉरिटी के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर ने कहा कि केईए सरकार द्वारा तय मैट्रिक्स के अनुसार ही छात्रों से फीस ली जाती है लेकिन अगर कोई मेडिकल कॉलेज लिखित में यह बताता है कि वह छात्रों से कोई फीस नहीं लेगा तो केइए छात्रों से कोई फीस नहीं लेता।