यह है एक लाख रुपये किलो बिकने वाली सब्जी और उगाई जा रही है बिहार में
बीयर में खुशबू लाने में होता है उपयोग
औरंगाबाद.
अपने आपसे एक सवाल कीजिए कि आपने सबसे महंगी सब्जी किस भाव में खरीदी है संभव होगा अधिकतम ₹200 किलो। लेकिन एक सब्जी ऐसी भी है जिसका बाजार मूल्य ₹100000 किलो है और यह भारत में उगाई जा रही है। भारत के भी उस प्रांत बिहार में जहां पर खेती और किसानों की हालत बहुत ठीक नहीं है। इस सब्जी का नाम है हॉप शूट्स (hop shoots) वैसे तो इसके कई उपयोग हैं लेकिन इसका प्रमुख उपयोग बीयर में खुशबू लाने के लिए किया जाता है।
खास बात यह है कि इस पौधे के सभी हिस्सों का कुछ न कुछ उपयोग होता है जहां फूलों का उपयोग बीयर में खुशबू लाने के लिए होता है तो टहनी का उपयोग हर्बल मेडिसिन के रूप में होता है। बताया जाता है कि इसमें जो एसिड पैदा होता है वह कैंसर के सेल्स मारने में मदद करता है। बिहार के औरंगाबाद जिले के एक युवा किसान अमरेश सिंह ने हॉप शूट्स अपने खेत में उगाए हैं। अमरेश का यह प्रयोग सफल रहा है खास बात यह है कि जिले के कलेक्टर ने उनका अपने खेत में हॉप शूट्स के साथ फोटो ट्वीट कर लिखा है कि अमरेश जैसे किसान भारत के किसानों को नई राह दिखा रहे हैं।
ये है हॉप शूट्स
हॉप शूट्स को हॉप्स और हिंदी में राज़क कहा जाता है। ये एक लता के रूप में उगता है और इसकी मोटी टहनियों के सख़्त बाल इसे दीवार और अन्य वस्तुओं पर चढ़ने में मदद करते हैं। इसकी ऊपरी लताएँ सर्दियों में सूखकर मर जाती हैं और बसंत में यह फिर नई हरी लताएँ उगाता है जो पास की हर वस्तु पर लिपट-लिपटकर ऊपर की ओर उगती हैं। अगर इसे सहारा मिले तो यह २ मीटर से १५ मीटर तक की ऊँचाई तक उग सकती है।
इसके पत्ते लम्बे और चौड़े होते हैं और उनका आकार लगभग पान के पत्ते जैसा लगता है, हालांकि उनके किनारे सीधे होने की बजाए वज्रनुमा होते हैं। राज़क का एक पौधा या तो नर होता है या मादा। मादा पौधे के फूलों का प्रयोग बियर बनाने में लिया जाता है। बीज पैदा करने के लिए नर फूलों से मादा फूलों तक पराग का पहुँचना ज़रूरी होता है। बियर बनाने के लिए मादा पौधों को नर पौधों से दूर रखा जाता है क्योंकि बीज बनने से मादा फूलों का स्वाद बदल जाता है। पारंपरिक रूप से इस पौधा का प्रयोग औषधियों में भी किया जाता है।