‘धार-झाबुआ में 56 पादरी लगे हैं धर्मांतरण में’
विश्व हिन्दू परिषद ने बनाई सूची, सौपेंगे कलेक्टर को
इंदौर.
विश्व हिन्दू परिषद (VHP) ने धार झाबुआ में सुनियोजित तरीके से धर्मांतरण का आरोप लगाया है और कहा है कि इस क्षेत्र में अलग-अलग चर्चों के 56 पादरी वनवासियों के धर्मांतरण के काम में लगे हैं। इस बारे में विहिप के केन्द्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे ने जानकारी दी और कहा कि इनकी सूची तैयार कर ली गई है औऱ् शीघ्र ही इसे धार और झाबुआ को कलेक्टर को सौंपी जाएगी।
श्री परांडे ने मध्य प्रदेश सरकार द्वारा पारित धर्म स्वतंत्रता अधिनियम 2021 की प्रशंसा की और कहा कि अन्य राज्यों को भी इस तरह के कानून बनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि विहिप इस कानून के माध्यम से समाज को साथ लेकर धर्मांतरण रोकने के प्रयास करती रहेगी। गौ-हत्या व कम्युनिस्ट नक्सली हिंसा को रोकने के लिए भी विहिप के कार्यकर्ता काम करते रहेंगे।
मंदिरों को सरकार के संरक्षण से मुक्त कराएंगे
विहिप की आगे की योजनाओं के बौरे में बात करते हुए मिलिंद परांड़े ने कहा है कि हम मंदिरों को सरकार के संरक्षण से मुक्त कराने के लिए अभियान चलाएंगे। सरकार से मांग की जाएगी की सभी मंदिरों का नियंत्रण समाज के हाथों में दिया जाए।
राम मंदि्र के बारे में बात करते हुए परांड़े ने कहा कि विहिप नेता ने बताया कि श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण निधि समर्पण अभियान के दौरान विहिप कार्यकर्ताओं ने मध्य प्रदेश के लगभग 45 हजार ग्रामों तक पहुंचे। इस दौरान करीब 5.5 करोड़ व्यक्तियों और 1.10 करोड़ परिवारों से संपर्क किया गया। आने वाले साढ़े तीन साल में श्रीराम गर्भगृह में विराजमान हो जाएंगे। इस दौरान विहिप सेवा कार्यों में वृद्धि के लिए प्रयास करेगी।
हिंदू को जागृति की आवश्यकता है सघ की भूमिका का बहुत महत्व है।