वैक्सीन का दूसरा डोज लेने के एक माह बाद 187 निकले पॉजीटिव
पटना.
इसे आप कोरोना की अब तक की सबसे बुरी खबर कह सकते हैं क्योंकि आम जन जिस वैक्सीन का इंतजार कर रहे थे उसके दोनों डोज लेने के एक महीने बाद भी पटना में 187 स्वास्थ्यकर्मी कोरोना पॉजीटिव निकले हैं। चिंता इसलिए भी ज्यादा है क्योंकि ये 187 लोग स्वास्थ्यकर्मी हैं यानी कि कोरोना से बचने के लिए अपनाए जाने वाले तरीके इनसे बेहतर कौन जानता होगा?
जिन 187 स्वास्थ्य कर्मियों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है उन्होंने टीकाकरण के पहले चरण में पहली खुराक ली थी और इसके करीब एक महीने बाद इन्हें टीके की दूसरी खुराक लगाई गई थी। नियमानुसार टीकाकरण करवाने के बाद भी इन स्वास्थ्यकर्मियों की कोरोना वायरस संक्रमण की चपेट में आ जाना, अपने आप में बहुत ही चिंता का विषय है। इससे उन लोगों के आरोपों को बल मिलेगा जिनका मानना है कि वैक्सीन जल्दबाजी में बिना पूरी तैयारी की जारी कर दिए गए।
पटना के जिलाधिकारी डॉ.चंद्रशेखर ने कहा है कि ये मामले सामने आने के बाद टीका लगवाने वालों से सावधानी बरतने को कहा गया है। बताया जा रहा है कि इसके बाद सरकार ने स्वास्थ्यकर्मियो के टीकाकरण की प्रक्रिया में भी थोड़ा बदलाव किया है। अब इन्हें केवल चुने हुए सरकारी केन्द्रों पर ही वैक्सीन के लिए पंजीकृत किया जाएगा। इस संबंध में केन्द्रीय स्वास्थ्य विभाग ने मंगलवार को आदेश जारी किए हैं।
नालंदा मेडिकल कॉलेज में भी आए मामले
पटना मेडिकल कॉलेज के साथही नालंदा मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पटल में भी इस तरह के मामले सामने आए हैं। यहां पर भी के तीन चिकित्सकों और दो नर्सों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इससे पहले भी नालंदा मेडिकल कॉलेज के दो छात्र कोरोना संक्रमित पाए गए थे। इसके अलावा जिला स्वास्त्य समिति की एक महिला कर्मचारी भी पॉजिटिव पाई गई है। महिला को आठ मार्च को टीके की दूसरी खुराक लगाई गई थी।