बंगाल के वरिष्ठ भाजपा नेता तथागत रॉय ने विजयवर्गीय और मेनन पर लगाए गंभीर आरोप
कहा विजयवर्गीय, अरविंद मेनन, शिवप्रकाश और दिलीप घोष ने सेवन स्टार होटल में बांटे टिकट
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और दो राज्यों के राज्यपाल रह चुके रॉय
कोलकाता
बंगला में विधानसभा चुनाव हारने के बाद पार्टी के भीतर हार पर रार शुरू हो गई है और भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और दो राज्यों के राज्यपाल रहे तथागत रॉय ने पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और मध्य प्रदेश में संगठन महामंत्री रहे अरविंद मेनन सहित दिलीप घोष और शिवप्रकाश को हार के लिए जिम्मेदार बताया है। इनके लिए जिन शब्दों का उपयोग किया गया है, वो निश्चित रूप से विजयवर्गीय और मेनन के समर्थकों को पसंद नहीं आएंगे।
इतना ही ही रॉय सतत ट्वीट कर कहा है कि कैलाश-दिलीप-शिव अरविंद ने हमारे सम्मानित पीएम और होम मिनिस्टर अमित शाह की छवि खराब की है। उन्होंने दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी का नाम खराब किया है।’ रॉय ने एक के बाद एक छह ट्वीट किए हैं।
रॉय ने कहा है कि विजयवदर्गीय, मेनन, घोष और शिवप्रकाश ने सेवन स्टार होटल में बैठकर तृणमूल कांग्रेस के कचरे को टिकट दिए। रॉय ने कहा कि अब कार्यकर्ताओं की आलोचना से ये लोग बच रहे हैं। बीजेपी के सीनियर लीडर ने कहा कि इन लोगों ने वैचारिक आधार पर काम करने वाले बीजेपी के कार्यकर्ताओं और समर्पित स्वयंसेवकों का अपमान किया है, जो 1980 के दशक से ही अथक मेहनत पार्टी के लिए करते रहे हैं। आज उन्हीं लोगों को तृणमूल के कार्यकर्ताओं के हमले झेलने पड़ रहे हैं। लेकिन आज ये लोग उन्हें बचाने के लिए नहीं आएंगे।
अगले ट्वीट में रॉय ने और भी सख्त भाषा का उपयोग किया है। उन्होंने इसमें लिखा है कि दोयम दर्जे के भाड़े को लोगों का समूह जिनके पास न तो कोई राजनीतिक अंर्तदृष्टि है, न विश्लेषणात्मक योग्यता, न ही बंगाली संवेदनाओं की समझ हो, जो आठवी तक पढ़ें हों और जिनके पास फिटस और मिस्त्री के प्रमाणपत्र हों आप उनसे क्या उम्मीद करेंगे? हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि रॉय ये बातें किसके लिए कहीं हैं।
सह-संगठन महामंत्री शिवप्रकाश और अरविंद को राज्य में चुनाव के प्रबंधन की जिम्मेदारी दी गई थी। इसके अलावा बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय को प्रभारी के तौर पर काम सौंपा गया था। बीजेपी की ओर से विधानसभा चुनाव में 200 से ज्यादा सीटें जीतने का दावा किया गया था, लेकिन वह 77 सीटों पर ही कब्जा जमा सकी। वहीं टीएमसी ने अपने पिछले प्रदर्शन से भी आगे निकलते हुए 213 सीटें हासिल की हैं। इसके साथ ही रॉय ने यह भी कहा है कि लोग यह कहते हैं कि इसके लिए केन्द्रीय नेतृत्व को क्यों जिम्मेदार न माना जाए?
कौन हैं तथागत रॉय
रॉय बंगाल के जानेमाने शिक्षाविद हैं। वे जादवपुर विश्विद्यालय में कंस्ट्रक्शन इंजीनियरिंग के फाउंडिंग फैकल्टी रहे हैं। अपने हिन्दूवादी विचारों के चलते रॉय 1986 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े और 1990 में सेवानिवृत्ति के पश्चात भाजपा में शामिल हो गए। वे भाजपा से दो बार लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं और 2002 से 2006 तक पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष थे।