22nd November 2024

सरकार की आपके फेसबुक एकाउंट्स पर निगरानी, FB से मांगा 75 हजार यूजर्स का डाटा

0

यूजर्स का डाटा मांगने के मामले में भारत दुनिया में दूसरे स्थान पर

नई दिल्ली

यदि आप फेसबुक चलाते हैं तो यह खबर आपके कान खोल सकती है। फेसबुक की हालिया जारी ट्रांसपेरेंसी रिपोर्ट के अनुसार भारत सरकार ने उससे साल 2020 में लगभग 75 हजार यूजर्स के डाटा मांगा है। खास बात ये है कि 40300 यूजर्स का डाटा तो जुलाई से दिसंबर 2020 के बीच मांगा गया है। खास बात ये है कि दुनिया में यूजर्स के जितने डाटा मांगे गए थे उसमें भारत सरकार की अकेले की हिस्सेदारी 27 प्रतिशत से ज्यादा थी।

इस तरह से सरकार द्वारा जनवरी से जून 2020 की तुलना में जुलाई से दिसंबर में जानकारी मांगने के मामलों में 13.3 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई। जनवरी से जून 2020 के दौरान भारत ने 35 हजार 560 यूजर्स के डेटा मांगे थे। फेसबुक से जानकारी मांगने वाले देशों में भारत दूसरे स्थान पर है।

अमेरिकी कंपनी फेसबुक ने जुलाई से दिसंबर 2020 के बीच में भारत के सूचना प्रसारण मंत्रालय के निर्देशों के मुताबिक, 878 आइटम्स को प्रतिबंधित भी किया। इनमें से 10 आइटम को कुछ समय के लिए प्रतिबंधित किया गया था। 

अमेरिका के बाद सबसे ज्यादा जानकारी भारत ने मांगी

रिपोर्ट के मुताबिक, भारत ने जुलाई से दिसंबर 2020 के बीच कुल 40 हजार 300 अनुरोध भेजे थे। इनमें से 37 हजार 865 अनुरोध कानूनी प्रक्रिया वाले थे और 2 हजार 435 अनुरोध इमरजेंसी डिस्क्लोजर वाले। यूजर्स के डेटा देने के सबसे ज्यादा अनुरोध करने वालों में हालांकि, भारत दूसरे पायदान पर है। पहले नंबर पर अमेरिका है जिसने जुलाई-दिसंबर 2020 के बीच कुल 61 हजार 262 यूजर्स के डेटा मांगे।

रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि साल 2020 के पहली छमाही की तुलना में दूसरी छमाही के अंदर दुनियाभर की सरकारों से मांगे जाने वाले यूजर्स के डेटा की संख्या में 10 फीसदी इजाफा हुआ है। पहली छमाही में जहां दुनियाभर की सरकारों ने मिलकर फेसबुक से 1 लाख 73 हजार 592 यूजर्स के डेटा मांगे थे तो वहीं दूसरी छमाही में यह आंकड़ा 1 लाख 91 हजार 13 तक पहुंच गया था। भारत में 62,754 यूजर/अकाउंट्स से संबंधित डेटा की मांग की गई थी और 52 फीसदी मामलों में कुछ डेटा प्रस्तुत किया गया था।

समीक्षा के बाद निर्णय

रिपोर्ट में कहा गया है, ‘फेसबुक सरकार की ओर से आए डेटा पाने के अनुरोधों का जवाब संबंधित कानूनों और अपनी सेवा की शर्तों के मुताबिक देता है। हमें मिले हर अनुरोध की ध्यानपूर्वक समीक्षा की जाती है और जो अनुरोध जरा सा भी अस्पष्ट लगता है उसे हम या तो रिजेक्ट करते हैं या फिर उसपर अधिक जानकारी मांगी जाती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!