भारत में बच्चों में पाया गया नए रूप का कोरोना, पूरे शरीर मेें पड़ रह चकत्ते
कोरोना वायरस का नया रूप, नाम है मल्टी सिस्टम इंफ्लामेंट्री सिंड्रोम
कोरोना से निपटने के लिए भले अब तक कोई कारगर दवा न खोजी जा सकी हो लेकिन इसके रूप बदलने की खबरें लगातार आ रही हैं। अब भारत में बच्चों में इसका नया रूप देखने में आया है। कोरना वाइरस से जोड़कर देखी जा रही इस दुर्लभ बीमारी का नाम है मल्टी सिस्टम इंफ्लामेंट्री सिंड्रोम । डॉक्टर्स ने इस सिंड्रोम को कोराना वायरस से जुड़ा नया लक्षण बताया है। ये कोरोनाा के आम लक्षणों जैसे खांसी, बुखार सिरदर्द आदि से बहुत अलग है।
भारत में इस तरह का का पहला मामला चैन्नई में सामने आया है। यहां पर एक आछ साल के बच्चे में ये लक्षण दिखाई दिए थे इसके बाद उसेे अस्पताल में भर्ती किया गया था। आईसीयू में रहने के बाग ये बच्चा अब स्वस्थ्य हो चुका है। अमेरिकी में हाल ही में हुई सीडीसी की बौठक में इस बात पर चर्चा हुई है। इसमें पेटदर्द के साथ उल्टी, बुखार और शरीर पर चकत्ते बन जाते हैं।
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यह भी कहा जा रहा है कि इस सिंड्रोम से बच्चों के ह्रदय को नुकसान पंहुचता है और उन्हें तत्काल ईलाज देने की आवश्यकता पड़ती है। अमेरिकी डॉाक्टरों ने इन मामलों में कोविड-19 की भूमिका मानी है और कहा है कि यह भी हो सकता है कि इन बच्चों के कोरोना टेस्ट नेगेटिव आएं।
गया है कि इस मामले में बच्चों में लक्षण दो से छह सप्ताह में दिखना प्रारंभ होते हैं। अमेरिकी डॉक्टर्स ने अपने यहां के पीडियााट्रिक्स को इन मामलों में सावधान रहने को कहा है।
डॉक्टर्स ने सलाह दी कि ‘घर पर किसी भी बच्चे को बुखार, पेट में दर्द या शरीर पर चकत्ते और कंजक्टिववाईटिस जैसे लक्षण दिखें तो बच्चों को तुरंत बाल रोग विशेषज्ञ को दिखाएं। अमेरिका में इस तरह के मामले बढ़ रहे हैं लेकिन अब इस तरह के मामले भारत में भी दिखना प्रारंभ हो गए हैं। इस तरह के बच्चों के हाथ, पैरों और मुंह मेें सूजन देखी जाती है।