500 साल पुराने मठ का महंत बना 13 साल का लड़का
आठवी कक्षा के छात्र हैं नए महंत
तुमकुरु कर्नाटक
पांच साल पुराना मठ और महंत केवल 13 वर्ष के। कर्नाटक के तुमकुर जिले के चिक्कनायकनहल्ली तालुक में कुप्पुरु गड्डुगे संस्थान का मठ है। इस मठ ने अपने दिवंगत महंत की इच्छानुसार 13 साल के लड़के को महंत चुना है। ये किशोरवय महंत अभी आठवी कक्षा में पढ़ाई कर रहे है। साथ ही महंत का दायित्व भी संभालेंगे। महंत का नाम तेजस है।
तुमकुर जिले के कुप्पुरु गड्डुगे संस्थान का मठ के प्रमुख यतीश्वर शिवाचार्य स्वामी का शनिवार को निधन हो गया था। उनके उत्तराधिकारी के रूप में रविवार को 13 वर्षीय तेजस को चुना गया। इस मामले में कर्नाटक के कानून और संसदीय मामलों के मंत्री जेसी मधुस्वामी ने कहा कि उत्तराधिकार महंत की इच्छा के अनुसार हुआ है। उनकी इच्छा थी कि उनका भतीजा ही उनके बाद मठ का मठाधीश बनेगा। उन्होंने बताया कि यह वीरशैव मठ 500 साल पुराना है।
स्कूल जाते रहेंगे नए महंत
मठ के नए महंत तेजस हासन जिले के कामसमुद्रा के एक निजी स्कूल में आठवीं कक्षा में पढ़ रहे हैं। कुप्पुरु गड्डुगे मठ के पुजारी बीआर गिरीश ने बताया, ‘तेजस देवारू मठ के नए महंत के रूप में अपने कर्तव्यों का पालन करेंगे और अपनी शिक्षा भी जारी रखेंगे।तेजस मठ में रहने वाले महेश और कंठमणि की छोटी संतान हैं। मठ के अधिकारियों और परिवार के सदस्यों ने दावा किया कि लड़के ने जिम्मेदारी लेने के लिए सहमति व्यक्त की।
यतीश्वर शिवाचार्य स्वामी को तुमकुरु के सिद्धगंगा अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वह कोविड-19 पॉजिटिव मिले थे। शनिवार की रात दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया। कुप्पुरु गड्डुगे मठ के मुखिया पिछले 500 वर्षों से एक ही परिवार से हैं।