ब्रिटेन में 17 लाख लोग होम आइसोलेशन में, खाद्य पदार्थों का संकट पैदा होने के आसार
आरोग्य सेतु जैसे ब्रिटेन की नेशनल हेल्थ सर्विस के एप्प के चलते खड़ी हुई परेशानी
मैनचेस्टर
मैनचेस्टर के सुपरमार्केट्स में खाद्य सामग्रियों के शेल्फ खाली पड़े हैं। इसका कारण यह नहीं है कि ब्रिटेन में खाना खत्म हो गया है बल्कि इसके पीछे कारण यह बताया जा रहा है कि 17लाख लोगों के होम आइसोलेशन में होने के चलते खाद्य सामग्री का डिलीवरी सिस्टम फेल हो गया है क्योंकि इसके लिए कर्मचारी नहीं मिल रहे हैं।
ब्रिटेन के नेशनल हेल्थ सर्विस के अपने अब तक सतरा लाख लोगों को आइसोलेशन में जाने के निर्देश दिए थे जिसके चलते अब वहां वाहन चलाने के लिए ड्राइवर भी नहीं मिल रहे हैं। सुपर मार्केट और इससे जुड़े लोगों का मानना है कि यदि स्थिति या नहीं बदली तो देश में खाद्य संकट खड़ा हो सकता है।
प्रधानमंत्री जानसन ने माफी
ऐसा नहीं है कि ब्रिटिश सरकार को इन परिस्थितियों की जानकारी नहीं है। प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने व्यापारियों से माफी मांगी है। इसके साथ ही स्थिति सुधारने के लिए उन्होंने कुछ श्रेणी के लोगों को हमारे सुलेशन से छूट देने का प्रस्ताव दिया है। हालांकि अब तक यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि किस श्रेणी के लोगों को कितनी छूट दी जाएगी।
ब्रिटिश रिटेल कंसोर्सियम की सीईओ है लैड डिकिंसन ने कहा है कि हम पहले से ही परेशानी झेल रहे हैं लेकिन स्टाफ द्वारा स्वयं को सेल्फ आइसोलेट कर दिए जाने के बाद परिस्थितियां बहुत खराब हो गई हैं। उन्होंने गैरजरूरी आइसोलेशन को खत्म किए जाने की मांग की है।
पीएम जानसन को बताया सुपर स्प्रेडर
इस बीच विपक्ष के नेता सर कीर स्ट्रीमर ने प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन को कोरोना का सुपर स्प्रेडर बताते हुए कहा है कि वे क्वॉरेंटाइन होने का ढकोसला कर रहे हैं। वे कोविड-19 हेल्थ सेक्रेट्री साजिद जावेद से मिले थे और इसके बाद उन्हें क्वॉरेंटाइन होना चाहिए। लेकिन वह इसका ठीक से पालन नहीं कर रहे हैं। ब्रिटेन में अभी एक लाख लॉरी ड्राइवर की कमी बताई जा रही है। इसके चलते डिलीवरी सिस्टम संकट में आ गया है।
ऐसा है एनएचएस का ऐप
ब्रिटेन का स्वास्थ्य विभाग, जिसे नेशनल हेल्थ सर्विस के नाम से जाना जाता है, ने स्वास्थ्य सेवाओं के लिए एक ऐप तैयार किया है। यह ऐप भारत में तैयार किए गए आरोग्य सेतु एप की तरह है हालांकि एनएचएस का यह ऐप कोविड-19 के पहले से ही चल रहा है।
इसे डाउनलोड करने वाले व्यक्ति के पास न केवल मेडिकल सुविधाएं पहुंचती है बल्कि उसका मेडिकल रिकॉर्ड भी अपडेट रहता है। यह ऐप नागरिकों द्वारा जानकारी दिए जाने के बाद उन्हें आइसोलेशन और क्वॉरेंटाइन की सलाह देता है साथ ही मेडिकल सलाह के लिए भी निर्देशित करता है। जनवरी के पहले सप्ताह में ही इसे अपने 500000 लोगों को आइसोलेशन में जाने की सलाह दी थी।
Bhayanak sabi ko jagruk rahni ki jarurat hi