सुबह 4:34 को आप अपनी आंखों से एक सीध में दिखेंगे मंगल, शनि और बृहस्पति
15 व 16 अप्रैल को आंखों से देखा जा सकेगा नजारा
आम तौर पर भारतीय अपनी कुंडली में मंगल, शनि और बृहस्पति की स्थिति को लेकर बहुत चिंतित रहते हैं। लेकिन यदि वे इन तीन गृहों को अपनी आंखों से आकाश में देखना चाहें तो वे ऐसा आज और कल सुबह कर कर सकेंगे। 14 से 16 अप्रैल तक ये तीनों गृह एक निश्चित समय पर आकाश में चंद्रमा के साथ एक सीधी लाईन में दिखेंगे।
बुधवार और गुरुवार को सूर्योदय से पूर्व रात 2.30 बजे सौरमंडल के ये तीनों ग्रह एक सीधी रेखा में देखे जा सकेंगे। यह खगोलीय घटना भारत समेत पूरे विश्व में सूर्योदय तक देखी जा सकेगी। दिल्ली की इंदिरा गांधी नक्षत्र शाला के वैज्ञानिक सुमित श्रीवास्तव ने बताया कि 15 अप्रैल की भोर को ये तीनों ग्रह दक्षिण पूर्व दिशा से उगते नजर आएंगे। क्षितिज से ऊपर क्रमशः मंगल ग्रह, शनि और बृहस्पति ग्रह नजर आएंगे। आमजन से लेकर खगोलप्रेमी इस दुर्लभ घटना को आसानी से देख व पहचान सकेंगे। चंद्रमा के ठीक ऊपर सफेद रंग का चमकदार एक तारा नजर आएगा। जो बृहस्पति ग्रह है। बृहस्पति के नीचे शनि और उसके नीचे मंगल ग्रह एक सीधी रेखा में नजर आएंगे। मंगल ग्रह को नंगी आंखों से देखने पर सुर्ख लाल, बृहस्पति चमकदार सफेद और शनि धूसर पीला या हल्का लाल रंग का नजर आता है।
चंद्रमा और बृहस्पति ग्रह का मिलन भी दिखा
15 अप्रैल को चंद्रमा और बृहस्पति ग्रह का मिलन भी देखा गया। भोर में करीब 4.34 बजे बृहस्पति ग्रह और चन्द्रमा इतने ज्यादा करीब दिखाई दिए कि दोनों के बीच की कोणीय दूरी मात्र 2.1 डिग्री रह गई । इसके बाद सूर्योदय हो हो गया लेकिन तब भी चन्द्रमा लगभग 11 बजे तक दिखता रहेगा। दिन में दिखाई देने वाले चन्द्रमा को ओल्ड मून के नाम से जाना जाता है। ये पूर्णिमा के बाद चन्द्रमा की घटती कला होती है।