NEET UG 2023 : एक समान नंबर आने पर ऐसे होगी रैंकिंग

इस बार बदल गई है टाई ब्रेकिंग पॉलिसी , बायोलॉजी के मार्क्स को मिलेगी प्राथमिकता

नई दिल्ली .

नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने नीट (NEET 2023) यूजी की टाई ब्रेकिंग पॉलिसी में बदलाव कर दिया है। नई टाई ब्रेकिंग पॉलिसी (NEET UG New Tie Breaker Policy) के अनुसार इस बार दो छात्रों के एक समान नंबर आने पर सबसे पहले उसके बायोलॉजी के मार्क्स देखे जाएंगे। यानी कि जिस छात्र को बायोलॉजी में अधिक मार्क्स प्राप्त होंगे उसे ही रैंक में ऊपर रखा जाएगा। लेकिन अगर किसी स्थिति में बायोलॉजी में भी दोनों छात्रों के समान अंक आते हैं तो इस स्थिति में छात्रों के फिजिक्स और केमेस्ट्री के मार्क्स की तुलना की जाएगी।

पहले उम्र से होती थी रैंक

पहले की टाई ब्रेकिंग पॉलिसी में दो छात्रों के समान अंक आने की स्थिति में उनके एप्लीकेशन नंबर और अधिक उम्र वाले छात्र को वरीयता दी जाती थी। पहले अपनाई जाने वाली टाई ब्रेकिंग पॉलिसी को तर्कहीन माना जाता था। यही कारण है कि एनटीए ने इस पॉलिसी में बदलाव कर दिया है। इस पॉलिसी में केवल नंबर का ही महत्व बचा है। उम्र महत्वहीन हो गई है।

समान अंक लाने पर अब ऐसे तय होगी रैंक

1- जब दो छात्रों को नीट यूजी में समान अंक मिलेंगे तो रैंक निर्धारित करने के लिए सबसे पहले दोनों के बायोलॉजी के मार्क्स को देखा जाएगा और उसके अनुसार ही रैंक तय की जाएगी।

2- अगर किसी स्थिति में बायोलॉजी के मार्क्स भी एक समान हो तो छात्रों के केमेस्ट्री मार्क्स के देखे जाएंगे।

3- केमेस्ट्री का फॉर्मूला फेल होने के बाद फिजिक्स के मार्क्स को चेक किया जाएगा और जिस छात्र को फिजिक्स में ज्यादा मार्क्स मिलेंगे वही रैंक में आगे रखा जाएगा।

4- यदि ये भी समान रहते है तो जिस छात्र के गलत उत्तरों की गिनती कम होगी उसे रैंक में ऊपर रखा जाएगा।

5- जिस छात्र के बायोलॉजी में गलत उत्तर और सही उत्तर का अनुपात कम होगा उसे टॉप रैंक दी जाएगी। उसके बाद केमेस्ट्री के गलत उत्तर का अनुपात देखा जाएगा। अगर केमेस्ट्री का भी रिजल्ट समान ही आता है तो फिजिक्स के उत्तर के अनुसार रैंक निर्धारित किया जाएगा।

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