28th March 2024

मस्जिद पर हमला हुआ होता तो क्या करते मुस्लिम?

पुलिस पर बरसे पाकिस्तान के चीफ जस्टिस, कहा- दुनिया में कटवा दी नाक

इस्लामाबाद

पाकिस्तान में फिर एक हिन्दू मंदिर पर हुए हमले के बाद हुई अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया के बाद अब डैमेज कंट्रोल किया जा रहा है। मंदिर पर हमले और तोड़फोड़ की घटना को लेकर पाकिस्तान के चीफ जस्टिस गुलजार अहमद ने शुक्रवार को पंजाब के पुलिस प्रमुख को जमकर फटकार लगाई। पाकिस्तान हिंदू काउंसिल के मुख्य संरक्षक रमेश कुमार से मुलाकात के बाद चीफ जस्टिस ने भोंग गांव में मंदिर पर हमले का स्वत: संज्ञान लिया और सुनवाई के दौरान आदेश दिया कि घटना में शामिल आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए।

साथ ही उन्होंने 8 साल के हिंदू लड़के को गिरफ्तार करने वाले पुलिसकर्मी को भी हटाने का आदेश दिया है। चीफ जस्टिस ने अभी तक किसी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं होने पर नाराजगी जाहिर की और यह भी सवाल किया कि यदि इस तरह का हमला मस्जिद पर हुआ होता तो मुसलमान क्या करते?

जियो न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, चीफ जस्टिस गुलजार ने घटना पर चिंता जाहिर करते हुए चीफ जस्टिस ने पंजाब के मुख्य सचिव और आईजीपी को रिपोर्ट के साथ कोर्ट में हाजिर होने को कहा है। केस की अगली सुनवाई 13 अगस्त को होगी। आज की सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस ने घटना पर नाराजगी जाहिर करते हुए पुलिस को फटकार लगाई और कहा कि इस हमले ने पूरी दुनिया में पाकिस्तान की छवि को गंभीर नुकसान पहुंचाया है।

बर्खास्त करें डिप्टी कमिश्नर और डीपीओ को

सीजेपी ने कहा कि भीड़ मंदिर को तोड़ती रही और पुलिस मूक दर्शक बनी रही। उन्होंने पूछा, ”पुलिस प्रशासन क्या कर रहा था?” इस पर आईजीपी इनाम घनी ने कहा कि असिस्टेंट कमिश्नर और एएसपी मौके पर मौजूद थे। प्रशासन की प्राथमिकता मंदिर के पास रहने वाले 70 परिवारों को सुरक्षा प्रदान करनी थी। उन्होंने कहा, ”एफआईआर में आतंकवाद की धारा जोड़ दी गई है।”

चीफ जस्टिस ने कहा, ”यदि डेप्युटी कमिश्नर और डीपीओ अपना काम नहीं कर सकते हैं तो उन्हें बर्खास्त कर दिया जाए।” जब जस्टिक काजी अमीन ने अभी तक पुलिस की ओर से उठाए गए कदम की जानकारी मांगी तो आईजी इनाम घनी ने कोर्ट को बताया कि अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। अडिशनल अटॉर्नी सोहेल महमूद ने कहा कि पीएम इमरान खान ने इस घटका का संज्ञान लिया है। इस पर चीफ जस्टिस ने कहा कि घटना का फोकस केस के कानूनी परिदृश्य पर होगा।

सोचो मस्जिद पर हमला होता तो क्या होता?

चीफ जस्टिस ने अब तक किसी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं होने पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा, ”तीन दिन बीत चुके हैं, लेकिन अभी तक कोई गिरफ्तार नहीं हुआ है।” जस्टिस अमीन ने भी कहा कि पुलिस अपना काम करने में विफल रही है। चीफ जस्टिस ने कहा, ”बल में यदि पेशेवर अधिकारी होते तो यह मामला अभी तक सुलझ गया होता।” उन्होंने कहा कि किसी को यह भी विचार करना चाहिए कि इसका पाकिस्तानी हिंदुओं पर क्या असर हुआ है। उन्होंने कहा, ”सोचो यदि मस्जिद पर हमला हुआ होता तो मुसलमान क्या करते?”

आठ साल का बच्चा धर्म के बारे में क्या जानता है?

चीफ जस्टिस ने गिरफ्तार किए गए 8 वर्षीय हिंदू बच्चे के बारे में भी पूछताछ कि जिसे मस्जिद की लाइब्रेरी में पेशाब करने की वजह से पुलिस ने हवालात में डाल दिया है। इसी घटना के विरोध में भीड़ ने मंदिर पर हमला किया था। पंजाब पुलिस प्रमुख ने बेंच को बताया कि बच्चे को मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया है। इस पर चीफ जस्टिस ने कहा, ”आप 8 साल के एक बच्चे से क्या उम्मीद करते हैं? 8 साल का बच्चा धर्म के बारे में क्या जानता है? क्या पुलिस को एक बच्चे की मानसिकता का कोई अंदाजा है?” जस्टिस गुलजार ने बच्चे को गिरफ्तार करने वाले एसएचओ को निलंबित करने का आदेश दिया है।

पाकिस्तान के रहीम यार खान जिले के भोंग गांव में बुधवार को भीड़ ने हिंदू मंदिर पर हमला कर दिया था। पाकिस्तानी सांसद और हिंदू समुदाय के नेता रमेश कुमार वंकवानी ने घटना के वीडियो शेयर किए। एक वीडियो में दिख रहा है कि भीड़ मंदिर में तोड़फोड़ कर रही है। उपद्रवियों ने देवी-देवाताओं की मूर्तियों को तोड़ डाला। भारत की ओर से विरोध दर्ज किए जाने के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने गुरुवार को घटना की निंदा की।

इमरान खान ने ट्वीट किया, ”रहीम यार खान के भोंग में गणेश मंदिर पर हमले की कड़ी निंदा करता हूं। मैंने पंजाब के आईजी को सभी दोषियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित करने को कहा है और यदि पुलिस ने लापरवाही की है तो एक्शन लेने को कहा है। सरकार मंदिर का पुनर्निर्माण कराएगी।”

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