कॉमर्स के 2 स्टूडेंट्स ने पास की नीट, सेवानिवृत्त शिक्षक भी हुए चयनित
डीएमई ने तीनों को काउंसलिंग से बाहर किया
चेन्नई।
नीट यूजी के परिणाम जारी हो जाने के बाद अब तमिलनाडु के डायरेक्टरेट आफ मेडिकल एजुकेशन में प्रवेश प्रक्रिया चल रही है। डीएमई को 40200 आवेदन प्राप्त हुए हैं जिनमें से 1193 आवेदन निरस्त किए गए हैं। निरस्त किए गए आवेदनों में दो आवेदन ऐसे छात्रों के थे जिन्होंने नीट तो पास कर ली लेकिन 12वीं में उनका विषय कॉमर्स था इसके चलते वह मेडिकल की पढ़ाई के लिए पात्र नहीं माने गए हैं।
इसी तरह से एक आवेदन 67 वर्षीय सेवानिवृत्त स्कूल शिक्षक का भी है वह सरकारी स्कूल से पढ़ाई करने वाले छात्रों के लिए निर्धारित किए गए 7.50 प्रतिशत के कोटे में चयनित हुए थे लेकिन उनका आवेदन इस आधार पर निरस्त किया गया है कि वे टेन प्लस टू सिस्टम में हायर सेकेंडरी पास नहीं है, यानी कि वे 12वी के स्थान पर वे पुराने प्रचलित सिस्टम के आधार पर 11वीं पास हैं।
2022 की नीट में भी इसी तरह का एक उदाहरण सामने आया था जबकि जूलॉजी पढ़ाने वाले 61 वर्षीय सेवानिवृत्त स्कूल टीचर भी नीट के लिए चयनित हुए थे लेकिन उनका आवेदन भी इसी आधार पर रद्द कर दिया गया था कि वह 10 प्लस 2 की बजाय 11 वीं पास थे।
डीएमई को मिले 40200 आवेदनों में से अधिकांश आवेदन इस आधार पर रद्द किए गए हैं कि छात्रों ने गलत राज्य का मूल निवासी होना चुना है जबकि उन्होंने अध्ययन किसी और राज्य में किया था। जहां तक सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों के लिए 7.50 प्रतिशत के आरक्षण की बात है तो इसके लिए 3042 आवेदन प्राप्त हुए थे जिनमें से 2662 सही पाए गए हैं।
इसके अलावा खिलाड़ियों के कोटे में 179 पूर्व सैनिकों के कोटे में 401 और दिव्यांग कोटे में 98 उम्मीदवारों ने आवेदन किया है।