5 साल में एक तिहाई हुए डॉग बाइट के मामले

Dog bite statewise table.

एनिमल वेलफेयर में लगे कार्यकर्ताओं और स्ट्रीट डॉग से नफरत करने वाले लोगों के बीच अक्सर डॉग बाइट एक मुद्दा रहता है। हाल ही में 2018 से 2023 के बीच के डॉग बाइट के डाटा जारी किए गए हैं और इसमें भारी कमी देखी गई है।

2018 से 2023 के बीच के 5 साल के डॉग बाइट के आंकड़ों की तुलना करने पर राहत की बात सामने आई है। जहां 2018 में पूरे देश में डॉग बाइट के 75 लाख से ज्यादा मामले थे, वहीं 2023 में यह घटकर 27.5 लाख हो गए हैं। हालांकि 2022 की तुलना में 2023 में इन में लगभग 25 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि देखी गई है लेकिन 2018 की तुलना में इसमें बहुत कमी आई है।

केंद्र सरकार ने यह आंकड़े राज्यसभा में एक प्रश्न के जवाब में प्रस्तुत किए हैं। इस उत्तर में डॉग बाइट के मामलों का राज्यवार ब्यौरा दिया गया है। डॉग बाइट के मामलों में महाराष्ट्र देश में पहले स्थान पर है। 2023 में यहां पर 4.35 लाख मामले दर्ज किए गए जबकि 2022 में इनकी संख्या 3.90 लाख थी। हालांकि 2018 से इन आंकड़ों की तुलना करें तो 1.20 लाख की कमी आई है। 

5 साल पहले महाराष्ट्र में डॉग बाइट के आंकड़े 5.50 लाख से ज्यादा थे। डॉग बाइट के मामलों में तमिलनाडू दूसरे स्थान पर है 2023 में तमिलनाडू में डॉग बाइट के 4.04 लाख मामले सामने आए। हालांकि 2018 की तुलना में इसमें 40 प्रतिशत से भी ज्यादा की गिरावट हुई है। 2018 में  तमिलनाडू में 7.70 लाख डॉग बाइट के मामले दर्ज किए गए थे। 

यूपी में हुई सबसे ज्यादा गिरावट

डॉग बाइट के मामलों में सबसे ज्यादा गिरावट उत्तर प्रदेश में देखी गई है यहां पर इन मामलों में लगभग 90% की गिरावट हुई है। 2018 में उत्तर प्रदेश में डॉग बाइट के 19 लाख से ज्यादा मामले दर्ज किए गए थे जो की 2023 में घटकर 2.18 लाख बचे हैं। इस मामले में तेलंगाना में भी उल्लेखनीय काम हुआ है। 2018 में यहां डॉग बाइट के 8.15 लाख मामले सामने आए थे जो की 2023 में घटकर केवल 1.09 लाख हो गए हैं। 

इस तरह से यहां भी डॉग बाइट के मामलों में 87% से ज्यादा की गिरावट तर्ज की गई है जो कि एक अच्छा संकेत है। पश्चिम बंगाल में भी 2018 में डॉग बाइट के 3.90 लाख केस सामने आए थे जो 2023 में घटकर 43 हजार हो गए हैं। केवल लद्दाख और नागालैंड ही दो ऐसे केंद्र शासित प्रदेश और राज्य है जहां पर डॉग बाइट के मामलों में पिछले 5 साल में वृद्धि हुई है लेकिन यहां पर डॉग बाइट के मामले 1000 से भी कम हैं। 

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