घर पर कैसे करें आईएएस की परीक्षा की तैयारी?
गूंज स्पेशल
आईएएस की परीक्षा को यूपीएससी की परीक्षा के नाम से जाना जाता है। लेकिन इस परीक्षा की तैयारी करने वाले लगभग सभी स्टूडेंट्स का लक्ष्य आईएएस बनना ही होता है। इसे हमारे में देश होने वाली परीक्षाओं में से सर्वाधिक प्रतिस्पर्धी परीक्षा माना जाता है। और अनुसूचिज जाति और जनजाति को छोड़कर इसमें अवसरों की संख्या भी सीमित ही है।
ऐसे में स्टूडेट्स को इस परीक्षा में सम्मिलित होने के पहले अपने आप को लेकर बहुत निश्चिंत होना पड़ता है कि उसकी तैयारी पूरी है और वो परीक्षा में शामिल होकर अपना अवसर बेकार तो नहीं कर रहा है। सबसे बड़ा सवाल जो स्टूडेंट्स के मन में होता है वो यह है कि क्या बिना किसी कोचिंग के यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी की जा सकती है?
तो इसका जवाब है हां की जा सकती है। लेकिन इसके लिए आपकी तैयारी बहुत रणनीतिक होनी चाहिए। आपका समय प्रबंधन भी जोरदार हो तथा आपका कम से कम इस परीक्षा की तैयारी कर रहे दूसरे स्टूडेंट्स के साथ संपर्क भी हो, भले ही यह संपर्क सूचना क्रांति के जरिए हो। घर पर यूपीएससी की तैयारी करने के लिए आपको कुछ इस तरह से तैयार होना पड़ेगा।
परीक्षा की प्रक्रिया की पूरी जानकारी लें
किसी भी परीक्षा की तैयारी करने से पहले आवश्यक है कि आपके पास उसकी पूरी जानकारी हो। इंटरनेट की दुनिया में यह जानकारी मिलना कोई कठिन काम नहीं है लेकिन आपको यह सुनिश्चित करना चाहिए कि आप यह जानकारी विश्वसनीय स्रोत से लें। इसके नियम और प्रक्रिया की सही जानकारी लें। इसके बहुत सी वेबसाइट्स हैं लेकिन आप जहां तक हो सके इस संबंध में यूपीएससी की अधिकृत वेबसाइट upsc.gov.in पर विश्वास कर सकते हैं। इसके अलावा भी वेबसाइट्स हैं जिनमें की जाने माने कोचिंग संस्थानों की वेबसाइट्स हैं, इनके पास भी इस संबंध में अधिकृत जानकारी रहती है।
यूपीएससी में नेगेटिव मार्किंग भी होती है तैयारी करते समय और विशेष कर प्रश्नपत्र हल करते समय इसका बहुत ध्यान रखा जाना चाहिए।
सिलेबस पता करें
सबसे पहले आपको परीक्षा का सिलेबस देखना चाहिए। यही सबसे पहला प्रतिमान है जिसके आधार पर परीक्षा में शामिल होने या न होने का निर्णय लिया जाता है। सबसे सिलेबस में यह देखें कि कौनसा हिस्सा ऐसा है जो आप पहले कभी पढ़ चुके हैं और कितना हिस्सा ऐसा है जो आपके लिए बिलकुल ही नया है। इस आधार पर ही आप यह तय कर पाएंगे कि आपको परीक्षा की तैयारी के लिए कितना समय लगेगा? साथ ही इसके आधार पर ही आप यह तय कर पाएंगे कि क्या आप इस परीक्षा की तैयारी घर पर कर पाएंगे या नहीं।
हालांकि यह निर्णय करने से पहले आपको परीक्षा में पूछे जाने वाले प्रश्नों को भी देखना चाहिए । इससे आपको इस बात की जानकारी मिलती है कि आखिर परीक्षा में आपसे क्या अपेक्षा की जा रही है? यानी कि आपको यह पता लगाने कि कोशिश करना चाहिए कि भारत के स्वतंत्रता संघर्ष के बारे में परीक्षा में किस तरह के प्रश्न पूछे जा रहे हैं। इस आधार पर ही आप इस टॉपिक को तैयार करें तथा इस तैयारी में आपको कितना समय लगेगा।
अध्ययन सामग्री का चुनाव
सिलेबस और परीक्षा के स्तर की जानकारी लेने के बाद अब बारी आती है। अध्ययन सामग्री यानी पुस्तकों और नोट्स आदि की। आपको सिलेबस के अनुसार अध्ययन सामग्री एकत्रित करना होगी। बाजार में अध्ययन सामग्री बहुतायत में उपलब्ध है। बहुत सारे संस्थान अपने नोट्स भी उपलब्ध कराते हैं और पुस्तकें भी कम नहीं हैं। इसी के चलते आपकी उलझन बढ़ जाती है। आप स्वयं तैयारी कर रहे हैं तो यह बहुत आवश्यक है कि आपके पास प्रमाणिक अध्ययन सामग्री हो साथ ही वह इस तरह की हो जो कि आपको अपनी अध्ययन शैली के अनुरूप लगती हो।
इस मामले में भेड़ चाल से बचना चाहिए। यह आवश्यक नहीं है कि किसी संस्थान या प्रकाशन की सामग्री जो कि किसी अन्य को तैयारी के लिए उपयुक्त है वो आपके लिए भी वैसे परिणाम दे। क्योंकि सभी का पढ़ने का तरीका अलग-अलग होता है साथ ही सभी का रिकॉल करने का तरीका भी अलग होता है। इसके चलते अपनी शैली के अनुरूप अध्ययन सामग्री का चुनाव करें या फिर स्वयं नोट्स बनाएं।
सही समाचार पत्र और सप्लीमेंट पढ़ें
खास बात ये है कि अब यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी में करंट अफेयर्स बहुत महत्वपूर्ण हो गए हैं। यूपीएससी की परीक्षा में यह अपेक्षा की जाती है कि आपको देश दुनिया में क्या चल रहा है इसकी अच्छी जानकारी हो। आपको पता होगा कि अंग्रेजी समाचार पत्र द हिन्दू और इसी प्रकाशन की पत्रिका फ्रंट लाइन दशकों से यूपीएससी की परीक्षा में शामिल होने वाले स्टूडेंट्स की पसंदीदा रही है। खास बात ये है कि द हिन्दू अपने ई-पेपर के सब्सक्रिप्शन के लिए यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी करने वालों को विशेष ऑफर भी देता है।
हालांकि हिन्दी माध्यम के स्टूडेंट्स को इसका फायदा नहीं मिलता है। उन्हें अपने लिए अन्य रास्ते खोजने पड़ते हैं। कुरुक्षेत्र और योजना जैसी पत्रिकाएं लंबे समय से लोकप्रिय रही हैं। इसके अलावा बाजार में बहुत से ऐसे सप्लीमेंट यानी मैगजीन मिलती हैं जो कि इस उद्देश्य से तैयार की जाती हैं। यहां सावधानी सही चुनाव की है। डिजीटल युग में आप एक से अधिक न्यूज पेपर पढ़ सकते हैं। यह सुविधा भी आपके पास है। इसके साथ ही यूट्यूब भी मददगार साबित होता है। लेकिन न्यूज चैनल से दूर रहें तो ही अच्छा है।
समय प्रबंधन
घर पर यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी करने वाले स्टूडेंट्स के लिए समय प्रबंधन ही सफलता की कुजी होता है। समय प्रबंधन बहुत सरल भी नहीं होता है और यदि आप इसे ठीक से संभाल लें तो ये बहुत कठिन भी नहीं है। आप पहले ही सिलेबस और परीक्षा का स्तर देखकर यह तय कर चुके हैं कि आपको परीक्षा की तैयारी में कितना समय लगेगा। उदाहरण के लिए आपको सिलेबस और परीक्षा को देखकर ऐसा लगता है कि इसकी तैयारी आप छह माह में पूरी कर सकते हैं तो आपको कम से कम परीक्षा के आठ महीने पहले इसकी तैयारी प्रारंभ कर देना चाहिए। हमेशा से अनहोनी के लिए समय रखना चाहिए ताकि आपका प्रयास बेकार न हो।
इसके बाद आता है दैनिक समय प्रबंधन । इसे सही तरीके से करने के लिए सबसे पहले आपको अपने आप से ईमानदार होना पड़ेगा। यदि आपने किसी टॉपिक को पूरा करने के लिए जो समय तय किया है न केवल उसे उतने समय में पूरा करना पड़ेगा बल्कि दैनिक आधार पर आपको अपना आंकलन करना पड़ेगी कि आपने ने यदि छह घंटे पढ़ाई की है तो इस समय में आपका आउटपुट क्या है। इसके बिना आप अपने लिए तय की गई समय सीमा का पालन नहीं कर पाएंगे।
आखिर में अपनी तैयारी को आपको स्वयं जांचना है। समय समय पर मॉक टेस्ट में शामिल हों। और यदि ऐसी कोई सुविधा नहीं है तो स्वयं ही अलग-अलग मैगजीन में दिए गए प्रश्नों को हल करें। इसके अलावा आजकल मॉक टेस्ट के प्रश्न पत्र कोचिंग संस्थान भी उपलब्ध कराते हैं। यह अधिकांश सशुल्क हैं। आप इनकी सेवाएं भी ले सकते हैं।
कुल मिलाकर घर पर यूपीएससी की तैयारी की जा सकती है बस आवश्यकता है समर्पित और व्यवस्थित होने की ।