अपने लॉकडाउन के अनुभवों को रोचक अंदाज में लिखें और नकद पुरस्कार जीतें
My Lock down creative writing competition for students
गूंज की ‘मेरा लॉकडाउन’ प्रतियोगिता
गूंज स्टूडेंट्स को उनके लॉकडाउन के अनुभव बांटने का अवसर दे रहा है। आप तीन सौ शब्दों से छह सौ शब्दों में लिखिए कि आपका लॉकडॉउन कैसा रहा? आपने इससे क्या सीखा, समाज को क्या दिया, क्या किया और किस तरह से बिताया। अपने लॉकडॉउन के अनुभव रोचक भाषा में लिखिए और हमें भेज दीजिए।
कोई भी कॉलेज स्टूडेंट इसमें भाग ले सकता है। यह प्रतियोगिता सभी स्टूडेंट्स के लिए फ्री है। इसमें प्रथम तीन स्थान पाने वाले स्टूडेंट्स को कैश प्राइज दिए जाएंगे। इसके अलावा 25 अच्छे संस्मरणों को गूंज के विशेष अंक में प्रकाशित किया जाएगा। आप हिन्दी और अंग्रेजी दोनों ही भाषा में इसे लिख सकते हैं।
अपने आर्टिकल के साथ अपनी कुछ जानकारी जैसे कि नाम, पता, मोबाईल नंबर, ई-मेल, कॉलेज/यूनिवर्सिटी का नाम, किस पाठ्यक्रम में अध्ययनरत हैं, इसकी जानकारी अवश्य दें। ताकि आपके साथ ही अपने कॉलेज/इस्टीट्यूट के नाम भी प्रकाशित किया जा सके।
क्या है मेरा लॉकडॉउन
लॉकडॉउन एक ऐसा समय था जिसे किसी ने कभी सोचा भी नहीं था। इसके चलते यह हमारे जीवन का ऐसा अनुभव है जो कि कभी भुलाया नहीं जा सकेगा। इसके अनुभवों को स्थाई बनाने और इसे शेयर करने के लिए मेरा लॉकडॉउन प्रतियोगिता आयोजित की गई है। अपने अनुभव लिखते समय आप इन बातों का ध्यान रखें
- शब्द सीमा 300 से 600 शब्दों की हो।
- article भेजने की अंतिम तिथि 5 जनवरी 2021 है।
- यह प्रतियोगिता में निर्णय का आधार आपकी Creative Writing Skill होगी न कि लॉकडाउन के अनुभव
- यानी कि आपके अनुभव सामान्य हो सकते हैं। लेकिन आपके लिखने का तरीका उसे विशिष्ट बना सकता है।
- आप लॉकडॉउन से जुड़े किसी भी विषय पर लिख सकते हैं।
- अपने लेख इस आईडी पर ई-मेल करें indiamediamovement2012@gmail.com
इसका एक और महत्वपूर्ण उद्देश्य है कि इसके माध्यम से गूंज अपने लिए स्टूडेंट्स जर्नलिस्ट की खोज कर रहा है। ऐसे स्टूडेंट्स जर्नलिस्ट जो कि गूंज के साथ शौकिया रूप से काम कर सकें, कुछ पत्रकारिता सीख सकें। गूंज देश का पहला स्टूडेंट्स का स्टूडेंट्स के लिए दैनिक डिजीटल न्यूज पेपर है। यानी की यह स्टूडेंट्स का स्टू़डेंट्स के लिए समाचार पत्र है। कोई भी स्टूडेंट इससे जुड़ सकता है।
तो बस हो जाइए तैयार और लिख भेजिए अपने अनुभव रोचक अंदाज में। हम इंतजार करेंगे।