बायजू पर माता पिता को बरगलाकर कोर्स बेचने का मामला, सीईओ को बाल अधिकार आयोग ने पेश होने का नोटिस भेजा

23 दिसंबर को सीईओ बायजू रविंद्रन को खुद होना होगा पेश

नई दिल्ली

राष्ट्रीय बाल आयोग ने एजु टेक प्लेटफॉर्म बायजू के मालिक बायजू रविंद्रन को २३ दिसंबर को व्यक्तिगत रूप से पेश होने को कहा है। बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने बायजू के सीईओ को ये नोटिस समाचार पत्रों में माता पिता पर अनुचित दबाव बनाकर अपने पाठ्यक्रम बेचने तथा गलत तरीके से अपने उत्पाद बेचने के मामले उजागर होने के बाद किया है।
मीडिया रिपोर्ट में कुछ माता पिता ने शिकायत की थी कि उनका शोषण हुआ है और उन्हें बहका कर उनकी बचत और भविष्य को अनिश्चितता में झोंक दिया गया है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि बायजू ने अपने कस्टमर्स के साथ एक लोन बेस्ड एग्रीमेंट किया है जिसमें रिफंड का कोई प्रावधान नहीं है। इस मामले में बायजू को बहुत से बच्चों के माता-पिता की शिकायतें मिली हैं लेकिन अब तक इस मामले में उसने कुछ नहीं किया है।

Byju Ravindran

आयोग ने इस मामले में पाया है कि लोन बेस्ड एग्रीमेंट करने के लिए बायजू ने बच्चों के माता-पिता को फुसलाया है और इस तरह से उनका शोषण किया है। वहीं कोर्स महंगे होने के साथ उम्मीद के मुताबिक न निकलने से बच्चों का मानसिक रूप से शोषण हो रहा है। 

ऐसे फांसा माता पिता को

इकोनॉमिक टाइम्स में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, राकेश कुमार सितंबर महीने की एक शाम को उत्तरी भारत के एक पार्क में अपनी बेटी के साथ खेल रहे थे। इस दौरान अच्छे कपड़े पहने हुए दो सेल्समैन उनके पास पहुंचे। सेल्समैन ने बताया कि वह बायजू के लिए काम करते हैं जो एक इंडियन एजुकेशन टेक्नोलॉजी कंपनी है। यह कंपनी ऑनलाइन क्लास उपलब्ध कराती है। उन्होंने राकेश की 11 वर्षीय बेटी के लिए 36 हजार रुपये का ट्यूशन कोर्स बताया। राकेश ने शुरू में चिंतित होकर उन्हें अपने घर जाने दिया। यहां सेल्समैन ने उनके बच्चों से करीब दो घंटे तक पूछताछ की और कहा कि वह पढ़ाई में कमजोर हैं और राकेश पर कोर्स खरीदने का दबाव डाला।

उन्होंने शुरू में मना कर दिया क्योंकि यह कोर्स काफी महंगा था। लेकिन उनसे कहा गया कि उनकी बेटी भी उनकी तरह ही गरीब होगी। इसके बाद वह कोर्स खरीदने के लिए मान गए। राकेश के मुताबिक, यह कोर्स खरीदकर उन्होंने अपनी जिंदगी की सबसे बड़ी गलती की। अब वह आर्थिक परेशानी में हैं। उन्होंने अक्टूबर में अपने बहनोई से पैसे उधार लिए थे और यह सुनिश्चित नहीं था कि वह उन्हें कब और कैसे वापस कर पाएंगे। इस तरह की शिकायतें अब कई लोग कर रहे हैं।

सारे कोर्स और फीस की जानकारी देना होगी

आयोग ने रविंद्रन को २३ दिसंबर को न केवल व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होने के लिए कहा गया है बल्कि अपने साथ बायजू के सारे कोर्स और उनकी फीस की जानकारी भी साथ लाने के लिए कहा गया है। इसके साथ ही रविंद्रन को बायजू की सम्बद्धता के वैधानिक दस्तावेज तथा अन्य आवश्यक दस्तावेज भी साथ लाने के लिए कहा गया है। उन्हें लोन बेस्ड एग्रीमेंट के मामले में जो शिकायतें हैं उन्हें भी साथ लाने को कहा गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि आयोग ने रविन्द्रन को व्यक्तिगत रूप से उपस्थित न होने की स्थिति में होने वाले परिणामों से भी अवगत करा दिया गया है।

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